सात दिनों में 970 लाख की पुस्तक खरीद करेंगे बच्चे

बांका। अगले सात दिनों के अंदर जिला के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले आठवीं तक के सभी बचों को पुस्तक मिल जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग ने सभी सीआरसी स्तर पर पुस्तक मेला का आयोजन शुरु कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 10:25 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 10:25 PM (IST)
सात दिनों में 970 लाख की पुस्तक खरीद करेंगे बच्चे
सात दिनों में 970 लाख की पुस्तक खरीद करेंगे बच्चे

बांका। अगले सात दिनों के अंदर जिला के सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले आठवीं तक के सभी बच्चों को पुस्तक मिल जाएगा। इसके लिए शिक्षा विभाग ने सभी सीआरसी स्तर पर पुस्तक मेला का आयोजन शुरु कर दिया है।

चार अक्टूबर तक सरकारी विद्यालयों में सभी नामांकित आठवीं तक के बच्चों को पुस्तक मिल जाएगी। इसके लिए विभाग ने सभी बच्चों के बैंक खाता में निर्धारित राशि पूर्व में भी भेज दी है। अब सीआरसी स्तर पर पुस्तक मेला की तिथि जारी कर दी गई है। हर सीआरसी में मेला तीन से चार दिन तक लगेगा। इस दौरान बच्चे या उनके अभिभावक पुस्तक मेला में पहुंच कर सभी पुस्तक की खरीदारी करेंगे। ताकि उन्हें विद्यालयों में संचालित हो रही कक्षा में किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। मेला की शुरुआत 24 सितंबर से ही रजौन, बौंसी और बाराहाट प्रखंड में हो चुकी है। 28 सितंबर से शंभुगंज, अमरपुर और फुल्लीडुमर के सीआरसी में इसका आयोजन होगा।

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दो दिनों से पुस्तक खरीद के लिए लगा मेला

सभी संकुल में पिछले दो दिनों से पुस्तक खरीद के लिए बच्चों और अभिभावकों का मेला लगा हुआ है। जिला में पहली से पांचवीं तक के बच्चों को 250-250 सौ रुपया और इससे ऊपर के बच्चों को 400-400 रूपया बैंक खाता के माध्यम से भेजा जा चुका है। करीब 3.2 लाख बच्चों को 970 लाख रुपया की बड़ी राशि बैंक खाता के माध्यम से भेजी गई है। पैसा मिलने वाले हर बच्चों को सभी पुस्तक की खरीद अनिवार्य रूप से करनी है। उसे भेजी गई की राशि पुस्तक खरीद के लिए काफी है। किसी अभिभावक को पुस्तक खरीद में अपना पैसा नहीं लगाना है।

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कोट

आठवीं तक सरकारी विद्यालयों में नामांकित 3.2 लाख बच्चों को पुस्तक खरीद की राशि पहले ही भेज दी गई है। अभी सभी संकुल स्तर पर पुस्तक मेला लगाकर बच्चों से पुस्तक खरीद कराया जा रहा है। शत प्रतिशत बच्चे पुस्तक खरीद कर लें, यह प्रधानाध्यापक सुनिश्चित कर लें।

निशीथ प्रणीत सिंह, डीपीओ, समग्र शिक्षा

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