अभी तक जिले में 22 सौ नमूने की हुई है जांच

संवाद सूत्र बांका हर साल पांच दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को मिट्टी और रासायनिक उर्वरकों के प्रति जागरूक करना है। दिन प्रतिदिन रासायनिक खाद और कीटनाशकों के प्रयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती जा रही है। इसके बचाव के लिए मृदा दिवस आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाता है लेकिन जिले में अभी तक महज 22 सौ मिट्टी के नमूने की जांच हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 09:46 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 09:46 PM (IST)
अभी तक जिले में 22 सौ नमूने की हुई है जांच
अभी तक जिले में 22 सौ नमूने की हुई है जांच

विश्व मृदा दिवस पर विशेष

- 12000 नमूना जांच करने का है लक्ष्य

- 6000 नमूना लैब में पहुंचा

संवाद सूत्र, बांका : हर साल पांच दिसंबर को विश्व मृदा दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को मिट्टी और रासायनिक उर्वरकों के प्रति जागरूक करना है। दिन प्रतिदिन रासायनिक खाद और कीटनाशकों के प्रयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कम होती जा रही है। इसके बचाव के लिए मृदा दिवस आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाता है, लेकिन जिले में अभी तक महज 22 सौ मिट्टी के नमूने की जांच हुई है।

अपना देश कृषि प्रधान देश है। यहां की आधी आबादी कृषि पर निर्भर है। ऐसे में सरकार द्वारा किसानों के हित में कई तरह की योजनाएं चलाई जा रही है। इसमें मृदा संरक्षण पर विशेष बल दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2015 में मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत किसानों के खेत से नमूने एकत्रित कर लैब में जांच की जाती है। इसके साथ ही मिट्टी में किस पोषक तत्व की कमी और किसकी अधिकता है। इसकी पूरी जानकारी के साथ मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जाता है। इसके आधार पर किसान अपने खेतों में फसल की बोआई करते है और खाद का प्रयोग करते हैं।

-------------

जिले में 12 हजार मिट्टी के नमूने की होगी जांच

मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत चयनित राजस्व ग्राम से 12 हजार मिट्टी के नमूने एकत्रित कर जांच की जाएगी। अभी तक 12 हजार ग्रिड बन गया है। इसमें से छह हजार नमूना लैब में पहुंचा है। इसमें से 22 सौ नमूने की जांच की गई है। इसमें से सभी नमूने सामान्य पाए गए है। रिपोर्ट के अनुसार अपने जिले की मिट्टी खेती के लिए सामान्य है। अभी तक किसी तरह की परेशानी नहीं है।

-----------

कोट:

जिले में 12 हजार नमूने की जांच की जानी है। इसमें से सभी का ग्रिड तैयार हो गया है। छह हजार नमूना लैब में पहुंच गया है। जिसमें 22 सौ नमूने की जांच की गई है। शेष नमूने की जांच तेजी से की जा रही है। विश्व मृदा दिवस के अवसर पर सभी प्रखंडों में कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

विकाश कुमार, सहायक निदेशक रसायन

chat bot
आपका साथी