ढाई सौ विद्यालयों को जल्द मिलेगा प्रधान

बांका। काफी समय से प्रधानाध्यापक की कमी से जूझ रहे बांका के मध्य विद्यालयों को जल्द इससे छुटकारा मिलने की उम्मीद है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 23 Sep 2018 07:38 PM (IST) Updated:Sun, 23 Sep 2018 07:38 PM (IST)
ढाई सौ विद्यालयों को जल्द मिलेगा प्रधान
ढाई सौ विद्यालयों को जल्द मिलेगा प्रधान

बांका। काफी समय से प्रधानाध्यापक की कमी से जूझ रहे बांका के मध्य विद्यालयों को जल्द इससे छुटकारा मिलने की उम्मीद है। अगले महीने तक जिला के ढाई सौ से अधिक मध्य विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की तैनाती होनी है। यह तैनाती स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रोन्नति देकर की जा रही है। जिसकी नौ महीने से चल रही प्रक्रिया को अगले महीने तक अंतिम रुप मिलना है। अभी तक जिला का अधिकांश मध्य विद्यालय प्रधान की बैसाखी पर चल रहा है। जिससे विद्यालयों का पठन पाठन से लेकर प्रशासनिक कार्य तक प्रभावित होता रहा है। वहीं बड़ी संख्या प्रधानाध्यापक बनने की अर्हता रखने वाले शिक्षक प्रोन्नति की आस में नुकसान उठा रहे हैं। प्रधानाध्यापकों की कमी के कारण हालत यह है कि एक विद्यालय के प्रधान को कई विद्यालयों का वित्तीय प्रभार दिया गया है। जिस कारण वे ठीक से अपने विद्यालय को भी संचालित नहीं कर पाते हैं। दूसरे विद्यालय को भी विद्यालय चलाने के लिए एक शिक्षक को भागदौड़ करना पड़ता है। जबकि जिला के सभी पुराने मध्य विद्यालयों में पूर्व से प्रधानाध्यापक का पद स्वीकृत है। इसके बावजूद इसका अधिकांश पद अब तक खाली है।

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हाईस्कूल बने मध्य विद्यालयों में भी प्रधानाध्यापक नहीं :

जिला में उत्क्रमित सहित अब आठ सौ के करीब मध्य विद्यालय हो गए है। पिछले एक दशक से इसमें प्रधानाध्यापकों की संख्या कभी दो तो कभी तीन दर्जन तक पहुंची है। बांकी विद्यालय बिना प्रधानाध्यापक के ही चल रहे हैं। पांच साल पूर्व कुछ विद्यालयों में प्रोन्नति से प्रधानाध्यापक भेजा गया था। जिससे सभी प्रखंड में एक दो प्रधानाध्यापक दिख जा रहे हैं। जबकि जिला के 73 मध्य विद्यालय को उत्क्रमित कर पिछले पांच वर्षों में हाईस्कूल बना दिया गया है। इन स्कूलों को भी मैट्रिक प्रशिक्षित शिक्षक प्रभार में चला रहे हैं।

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प्रधानाध्यापक सहित स्नातक प्रशिक्षित प्रोन्नति का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। इसकी औपबंधित सूची जारी कर आपत्ति जमा ली गई है। आपत्ति का निराकरण भी पूरा कर लिया गया है। प्रधानाध्यापक और प्रोन्नति प्राप्त शिक्षकों की तैनाती के लिए रिक्ति जमा ली जा रही है। अगले महीने निश्चित रूप से ढाई सौ से अधिक विद्यालय को प्रधानाध्यापक मिल जाएगा। इसके अलावा बड़ी संख्या में शिक्षकों को प्रोन्नति का लाभ मिलना है।

देवनारायण पंडित, डीपीओ स्थापना

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