अनंत चतुर्दशी पर विष्णु की पूजा कर बंधवाया रक्षा सूत्र

बांका। अनंत चतुर्दशी का पर्व रविवार को जिला भर में भक्तों ने श्रद्धापूर्वक बनाई और अपनी बांह पर अनंत रक्षा का विधि पूर्वक बंधवाया। शहर के विजयनगर ठाकुरबाड़ी सहित विभिन्न मंदिरों में इसको लेकर विशेष पूजा का आयोजन हुआ।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 10:21 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 10:21 PM (IST)
अनंत चतुर्दशी पर विष्णु की पूजा कर बंधवाया रक्षा सूत्र
अनंत चतुर्दशी पर विष्णु की पूजा कर बंधवाया रक्षा सूत्र

बांका। अनंत चतुर्दशी का पर्व रविवार को जिला भर में भक्तों ने श्रद्धापूर्वक बनाई और अपनी बांह पर अनंत रक्षा का विधि पूर्वक बंधवाया। शहर के विजयनगर ठाकुरबाड़ी सहित विभिन्न मंदिरों में इसको लेकर विशेष पूजा का आयोजन हुआ।

बौंसी : रविवार को अनंत चतुर्दशी का पर्व विभिन्न मंदिरों में श्रद्धालुओं ने पूजा अनुष्ठान के साथ मनाया। मुख्य चौक के बजरंगबली मंदिर, मधुसूदन मंदिर, गांधी चौक शिवालय, पापहरणी लक्ष्मी नारायण मंदिर सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में भी अनंत चतुर्दशी के मौके पर श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना कर विधि विधान पूर्वक अनंत सूत्र हाथ में बांधा। पंडित गंगाधर मिश्र ने बताया कि अनंत चतुर्दशी का पर्व भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। अनंत चतुर्दशी के दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप का पूजन किया जाता है। अनंत सूत्र को पूजन के बाद पुरुषों को इसे दाएं हाथ पर एवं महिलाओं को बाएं हाथ पर बांधना चाहिए।

शंभुगंज : अनंत पूजा पर आदर्श मध्य विद्यालय वंशीपुर परिसर में ज्ञान यज्ञ जनजागरण यात्रा ने एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया। इसमें छत्तीसगढ़ रायपुर से आए स्वामी अभ्युदय भाई ने मानव जीवन एवं शिक्षा नीति पर विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण दुनिया में भौतिकता बहुत तेज गति से बढ़ रहा है। उतनी ही तेजी से लोगों का नैतिक पतन हो रहा है। शिक्षा तो बढ़ रही है, पर ज्ञान घट रहा है। मनुष्य में हिसा और स्वार्थ की मात्रा बढ़ते जा रही है। कहा कि भारत पहले अपने विचारों का निर्यात अन्य देशों में करता था, लेकिन आज भारत आंख मूंद कर विचारों का आयात कर रहा है। आधुनिकता के कारण आज परिवार व्यवस्था भी परंपरागत तथा आधुनिक के बीच फंसकर विकृत हो गई है। कार्यक्रम की अध्यक्षता सेवानिवृत शिक्षक अनुग्रह नारायण सिंह एवं संचालन सुधांशु शेखर ने किया। मौके पर शिक्षक मनोज कुमार सिंह, समाजसेवी बसंत सिह, माधव सिंह मौजूद थे।

चांदन : महिला पुरुष सहित परिवार के सभी सदस्य एक जगह बैठ कर पंडित से भगवान अनन्त की कथा का श्रवण कर अपने हाथों में अनंत डोरा बंधवाया। मान्यता है कि अनंत भगवान विष्णु के वाहन का नाम था। इसलिए इस दिन भगवान विष्णु की पूजा किया जाता है।

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