मधुसूदन मंदिर में दही कादो के साथ जन्माष्टमी संपन्न

बांका। ऐतिहासिक मधुसूदन मंदिर में बुधवार को दो दिवसीय जन्माष्टमी महोत्सव के अंतिम दिन भगवान मधुसूदन के साथ भक्तों ने दही कादो का उत्सव मनाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 12 Aug 2020 10:54 PM (IST) Updated:Wed, 12 Aug 2020 10:54 PM (IST)
मधुसूदन मंदिर में दही कादो के साथ जन्माष्टमी संपन्न
मधुसूदन मंदिर में दही कादो के साथ जन्माष्टमी संपन्न

बांका। ऐतिहासिक मधुसूदन मंदिर में बुधवार को दो दिवसीय जन्माष्टमी महोत्सव के अंतिम दिन भगवान मधुसूदन के साथ भक्तों ने दही कादो का उत्सव मनाया। इसके साथ ही महोत्सव संपन्न हो गया।

सुबह में भगवान मधुसूदन मंदिर के मुख्य पुजारी उदयकांत झा द्वारा भगवान मधुसूदन की पंचामृत स्नान करा कर विधिवत पूजा-अर्चना की। उसके बाद मंदिर के गर्भ गृह से भगवान मधुसूदन को मुख्य पुजारी ने छत्रप के नीचे गोद में बिठाकर बाहर बरामदे पर आसन पर विराजमान किया। उसके बाद भक्तों ने भगवान मधुसूदन के साथ दही कादो उत्सव की शुरुआत हुई। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए भक्तों ने भगवान मधुसूदन को दही का स्नान कराया। इस दौरान मंदिर में कतार बद्ध होकर श्रद्धालुओं ने भगवान मधुसूदन की दही का स्नान कराकर पूजा अर्चना किया। इसके साथ ही दो दिवसीय जन्माष्टमी महोत्सव का समापन हुआ। गीता पाठ का आयोजन भी सुबह पंडितों ने पूर्ण किया। कोरोना संकट के बीच भगवान मधुसूदन मंदिर में मंगलवार देर रात से ही उत्सवी माहौल रहा। स्थानीय पंडा समाज के द्वारा पारंपरिक रीति रिवाज से जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया।

chat bot
आपका साथी