बिहुला विषहरी पूजा पर लगा मेला

बांका। रजौन के बाबरचक व दौना बाला विषहरी माता की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना प्रारंभ हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 26 Sep 2018 08:07 PM (IST) Updated:Wed, 26 Sep 2018 08:07 PM (IST)
बिहुला विषहरी पूजा पर लगा मेला
बिहुला विषहरी पूजा पर लगा मेला

बांका। रजौन के बाबरचक व दौना बाला विषहरी माता की प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना प्रारंभ हो रही है। बाबरचक विषहरी स्थान पर प्रतिमा स्थापित कर चार दिवसीय मेला मंगलवार की मध्य रात्रि को प्राण प्रतिष्ठा स्थापना के साथ प्रारंभ हो गया है। पूजा समिति के अध्यक्ष प्रमोद यादव, रामविलास हरिजन, लक्ष्मण पासवान, रमेश कुमार, शालीग्राम प्रोद्दार, जिप सदस्य सुमन पासवान, अजय कुमार आदि मेला व पूजा सम्पन्न कराने में लगे हैं। जिप सदस्य ने बताया कि प्रतिमा का विसर्जन 28 सितम्बर को किया जायेगा। गांव के लक्ष्मण पासवान ने बताया कि इस गांव में करीब दो सौ वर्षो से विषहरी पूजा के अवसर पर प्रतिमा स्थापित कर पूजा अर्चना की परंपरा चली आ रही है। बाला विषहरी, शंकर पार्वती, गणेश आदि की प्रतिमा स्थापित कर पूजा की जा रही है। विषहरी प्रतिमा दर्शन, मनौन, भजन आदि में लोगों का जुटान जारी है।

वहीं बौंसी प्रखंड में कई स्थानों पर मनसा विषहरी देवी की पूजा-अर्चना धूम-धाम से की गई। भैयाबीटा स्थित बिषहरी मंदिर सहित श्याम बाजार, शोभापाथर पुरानी मंदिर आदि स्थानों के बिषहरी मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान के बीच बाला लखंदर का विवाह संपन्न हुआ। कीर्तन भजन के बीच बिहुला लोकगीत की धूम मची रही। कथा के मुताबिक चांदो सौदागर से नाराज मां विषहरी के कोप का शिकार बनी बिहुला विवाह के सुहागरात ही पति लखेन्दर को तक्षक के डंस लेने से विधवा हो गई। बिहुला ने अपने तप बल से पति को जीवित होने का वरदान प्राप्त किया। शोभापाथर मंदिर प्रांगण में मेले का माहौल बना रहा। भैयामीठा विषहरी मंदिर के प्रतिमा का विसर्जन धूमधाम के साथ मधुसूदन मंदिर सामने ठाकुर पोखर में किया गया। जबकि श्यामबाजार शोभापाथर विषहरी प्रतिमा का विसर्जन गुरुवार को होगा।

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