पीएचइडी विभाग ने नरीपा गांव पहुंचकर जल मीनार का लिया जायजा

बांका। दूषित पानी पीने से नरीपा गांव में डायरिया से एक की मौत और आधा दर्जन आक्रांत होने की खबर दैनिक जागरण अखबार में प्रकाशित होने पर पीएचईडी विभाग ने संज्ञान लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 10:25 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 10:25 PM (IST)
पीएचइडी विभाग ने नरीपा गांव पहुंचकर जल मीनार का लिया जायजा
पीएचइडी विभाग ने नरीपा गांव पहुंचकर जल मीनार का लिया जायजा

बांका। दूषित पानी पीने से नरीपा गांव में डायरिया से एक की मौत और आधा दर्जन आक्रांत होने की खबर दैनिक जागरण अखबार में प्रकाशित होने पर पीएचईडी विभाग ने संज्ञान लिया है। विभाग के कनीय अभियंता ज्ञानरंजन गुरुवार को गांव पहुंचकर आधे अधूरे नल जल योजना की जानकारी प्राप्त की है।

इसके पूर्व बुधवार को भी स्वास्थ्य विभाग की टीम डॉ. संजय कुमार के साथ गांव पहुंचकर डायरिया ग्रसित मरीजों की जांच की थी। ग्रामीणों ने महामारी की मुख्य वजह दूषित जल पीना बताया था। गांव के वार्ड नंबर एक में आधे अधूरे नल जल योजना के कारण ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल पा रहा था । जिसके कारण से उक्त गांव में डायरिया महामारी का रूप ले लिया था। ग्रामीणों ने पीएचईडी संवेदक की घोर लापरवाही की वजह से नल जल की योजना को आधा अधूरा छोड़ कर भाग जाने की बात कही गई थी। जेई ने बताया कि एक नंबर वार्ड में नल जल का काम संवेदक ने पूर्ण कर दिया है। गांव के 10 घर को कनेक्शन नहीं होने की वजह से ग्रामीण बगल स्थित कुएं एवं चापाकल का पानी का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शेष बचे हाउस कनेक्शन के लिए कार्यपालक अभियंता को जानकारी दे दी गई है। जल मीनार से शुद्ध जल ग्रामीणों को पर्याप्त मात्रा में मिल रहा है। पीएचसी स्वास्थ्य प्रबंधक राजेश रंजन ने बताया डायरिया से पीड़ित सभी मरीज सामान्य स्थिति में हैं।

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