भदरिया में भवन अवशेष का विधायक ने लिया जायजा
बांका। विधायक जयंत राज रविवार को भदरिया गांव के समीप चांदन नदी पहुंच कर वहां मिले प्राचीन भवनों के अवशेष का निरीक्षण किया।
बांका। विधायक जयंत राज रविवार को भदरिया गांव के समीप चांदन नदी पहुंच कर वहां मिले प्राचीन भवनों के अवशेष का निरीक्षण किया। विधायक के पहुंचने की सूचना पर वहां काफी संख्या में स्थानीय लोग पहुंच गए।
भदरिया गांव के डॉ. आलोक प्रेमी ने नदी की जलधारा में मिले प्राचीन अवशेष को दिखाया तथा भगवान बुद्ध के यहां आगमन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भदरिया गांव के समीप प्राचीन भवनों का अवशेष मिलना अमरपुर विधानसभा ही नहीं बल्कि, बिहार के गौरव की बात है। कला संस्कृति विभाग पटना के बिहार विरासत विकास समिति की तीन सदस्यीय टीम के अलावा इतिहासकार व पुरातत्वविद ने निरीक्षण किया है। इन सभी पुरातत्वविदों ने प्राचीन स्थल के ईंट एवं वहां मिले मृदभांड़ सहित मिट्टी के बने नक्काशी को जांच के लिए अपने साथ ले गये। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि यह प्राचीन धरोहर किस काल का है। भदरिया गांव के आसपास पिछले कई दशकों से समय-समय पर मिल रहे मृदभांड़ अवशेष से भगवान बुद्ध के भदरिया (भद्दई) गांव आने की पुष्टि हो रही है। इसको लेकर जापानी बौद्ध भिक्षु केनिन इतो ने बोधी वृक्षरोपण के साथ बौद्धिपद की स्थापना की है। छह माह पूर्व ही डुमरामा मध्य विद्यालय के समीप एक तालाब में भगवान बुद्ध की खंडित प्रतिमा मिली थी। जिसे भागलपुर संग्राहलय में रखा गया है। प्राचीन भवनों के अवशेष मिलने से स्थानीय लोगों ने इसे बौद्ध सर्किट से जोड़ने की मांग किया है। विधायक ने कहा कि इस प्राचीन धरोहर को संरक्षित करने का हर प्रयास करेंगे। इस अवसर पर प्रशांत कापरी, मनीष कुमार झा, सन्नी साहा, गौतम मोदी, विमल सिंह आदि साथ थे।