विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा सदर अस्पताल

बांका। लगभग 300 से अधिक मरीजों का प्रतिदिन इलाज करने वाला बांका का सदर अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था वेंटीलेटर पर है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को ठोकर खाने पर मजबूर कर रही है। जिसके चलते गरीब मरीज निजी अस्पतालों में जाकर महंगे इलाज कराने को मजबूर हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 09:39 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 09:39 PM (IST)
विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा सदर अस्पताल
विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा सदर अस्पताल

बांका। लगभग 300 से अधिक मरीजों का प्रतिदिन इलाज करने वाला बांका का सदर अस्पताल की चिकित्सकीय व्यवस्था वेंटीलेटर पर है। यहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी के कारण मरीजों को ठोकर खाने पर मजबूर कर रही है। जिसके चलते गरीब मरीज निजी अस्पतालों में जाकर महंगे इलाज कराने को मजबूर हैं। इतना ही नहीं अस्पताल में जितने चिकित्सक तैनात हैं। उनमें भी कई की ड्यूटी अभियानों में लगा दी जाती है। जिसके कारण ओपीडी में दिखाने पहुंचने वाले लोगों को सिर्फ परेशानी का ही सामना करना पड़ता है।

यहां कार्यरत चिकित्सक भागलपुर, बाराहाट सहित अन्य स्थानों से आते हैं। इसके कारण भी मरीजों को परेशानी होती है। 50 बेड वाले सदर अस्पताल के लिए 38 चिकित्सकों का पद सृजित है। जहां 19 से काम चल रहा है। विभाग का दावा है कि चिकित्सक की कमी को दूर करने पर यह अस्पताल सबसे बेहतर साबित होगा। वैसे, आगामी दिनों में यहां पर सिटी स्कैन से लेकर कैफेटेरिया तक की सुविधा मिलने वाली है। जिसके लिए सदर अस्पताल में कंस्ट्रकशन का काम शुरू हो गया है। फिलहाल, डायलीसिस भी होता है।

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सदर अस्पताल में मानक के अनुरूप दवा की उपलब्धता कम

सदर अस्पताल में इन दिनों दवा की है। एक मामूली सुई पेन आइवी यहां पर नहीं मिल पाती है। कई मरीजों ने बताया कि दवा तो लगभग मिल जाता है। लेकिन पेन किलर वाली सुई का नहीं मिलना यह कमी को दर्शाता है।

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एनजीओ के जिम्मे सफाई की व्यवस्था

सदर अस्पताल में कुछ समय पूर्व ही सफाई की व्यवस्था एनजीओ के हाथों में सौंप दी गई है। एनजीओ यहां पर पूर्व में कार्यरत सफाई कर्मी से ही सारा सफाई का काम कराती है। यहां पर सफाई कर्मी के लिए एक भी स्वीकृत पद फिलहाल नहीं है, लेकिन एनजीओ सभी काम रोज के हिसाब से कर्मी को रख कर करा रही है।

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दीदी रसोई ने बढ़ाया सदर का मान

कुछ समय पूर्व ही सूबे के मुखिया नीतीश कुमार ने आनलाइन के माध्यम से दीदी की रसोई का उद्घाटन सदर अस्पताल में किया है। यहां पर जीविका समूह की महिलाओं के द्वारा मरीज को भोजन उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही मरीज के स्वजन को भी भोजन की सुविधा मिल रही है। लेकिन इसके लिए उन्हें यहां पर थोड़ा रकम अदा करना पड़ता है।

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कोट

सदर अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधा मिल रही है। आने वाले दिनों में कई और प्रकार की सुविधा बढाई जाएगी। इसके लिए कार्य प्रगति पर है।

डा. सुधीर कुमार महतो, सीएस, बांका

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सदर अस्पताल में स्वीकृत पद

बेड- 50

चिकित्सक स्वीकृत पद- 38

चिकित्सक कार्यरत- 19

दंत चिकित्सक- 01

जीएनएम- 48

ममता- 09

एंबुलेंस- 07

लैब टेक्नीशियन - 03

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