तीसरी लहर के लिए विभाग तैयार, एंबुलेंस के लिए करना होगा इंतजार

बांका। कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले ही जिले के सरकारी अस्पतालों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दूसरी लहर में सदर अस्पताल सहित सभी अस्पतालों में 500 से अधिक बेडों की व्यवस्था की गई थी जबकि सौ बेड सुरक्षित रखा गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 10:07 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 10:07 PM (IST)
तीसरी लहर के लिए विभाग तैयार, एंबुलेंस के लिए करना होगा इंतजार
तीसरी लहर के लिए विभाग तैयार, एंबुलेंस के लिए करना होगा इंतजार

बांका। कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले ही जिले के सरकारी अस्पतालों में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। दूसरी लहर में सदर अस्पताल सहित सभी अस्पतालों में 500 से अधिक बेडों की व्यवस्था की गई थी, जबकि सौ बेड सुरक्षित रखा गया है। चिकित्सकों की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है।

दूसरी लहर में आक्सीजन की कमी को देखते हुए सदर अस्पताल में प्लांट लगाना शुरू कर दिया गया है। ताकि मरीजों को आक्सीजन की कमी नहीं हो सके। आने वाले दिनों में इस तरह के प्लांट अमरपुर रेफरल अस्पताल में भी लगाए जाने की योजना है। तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक माना जा रहा है। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने सदर अस्पताल के एसएनसीयू को पूरी तरह तैयार कर लिया है। यहां पर चिकित्सकों की भी तैनाती फिलवक्त कर दी गई है। प्रखंडों में सिर्फ रेफर वाल सिस्टम काम करेगा। फिलहाल, आक्सीजन की उपलब्धता समिति मात्रा में होने के कारण गंभीर रोगियों को सदर अस्पताल में ही भर्ती कराया जाएगा। सदर अस्पताल में जेरियाटिक वार्ड के 15 वार्ड को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। साथ ही सिर्फ संक्रमित लोगों के लिए सौ बेड अलग से बनाया गया है। विधायकों द्वारा अनुशंसित योजना से एंबुलेंस खरीद का मामला झूल रहा है।

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एसएनसीयू में 12 बेड बच्चों के लिए तैयार

सदर अस्पताल कैंपस में तीसरी लहर को लेकर बच्चों को ज्यादा परहेज से रखने के लिए एसएनसीयू में बाहर ग्लास बेड को तैयार किया गया है। साथ ही यहां पर इंसूलेटर की मदद से आक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था भी कर ली गई है। बच्चों के चिकित्सक अमीश कुमार को यहां पर तैनात किया गया है। जो किसी भी गंभीर बच्चों की देखभाल करेंगे।

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जीएनएम भवन भी संक्रमितों के लिए तैयार

सदर अस्पताल के भीतरी परिसर में स्थित जीएनएम भवन को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। यहां पर दोनों ही लहर में संक्रमित को आइसोलेट किया गया था। यहां पर एक सौ बेड लगाने की व्यवस्था की गई है।

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आक्सीजन प्लांट से आत्मनिर्भर होगा जिला

कोरोना काल में सदर अस्पताल सहित पूरे जिला में आक्सीजन की समस्या हुई थी। सदर अस्पताल में पहले से ही 70 बड़ा सिलेंडर और 60 छोटा सिलेंडर उपलब्ध है। पीएम केयर फंड से यहां पर आगामी नौ अगस्त को आक्सजीन प्लांट का उद्घाटन होना तय हुआ है। इसके बाद किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होगी। आक्सीजन प्लांट चालू करने व रिफिलिंग के लिए अमरपुर रेफरल व बांका सदर अस्पताल के पांच-पांच कर्मी को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

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वेटिलेंटर नहीं लगने से हो सकती है परेशानी

बांका सदर अस्पताल में पीएम केयर फंड से चार वेटिलेंटर उपलब्ध कराया गया है। दुख की बात यह है कि यह अब तक व्यवस्थित नहीं होने से सदर अस्पताल की शोभा बनकर रह गई है। वेटिलेंटर नहीं रहने से बीते लहर में कई रोगियों ने दम तोड़ दिया था। लेकिन सदर अस्पताल में अब में अब तक वेटिलेंटर नहीं लग सका है।

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कोरोना ने ली अब तक 35 की जान

कोरोना के पहले व दूसरी लहर में 35 लोगों ने जिले में अपने जान से हाथ धो बैठा है। व्यवस्था की मार कहीं ना कहीं इनके मौत की वजह बनी। बांका में आईसीयू की भी सुविधा नहीं है। जिसके कारण भी मरीज यहां से रेफर होकर भागलपुर गए। लेकिन वहां भी व्यवस्था नहीं होने की वजह से 35 लोगों ने कोरोना से दम तोड़ दिया।

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सदर अस्पताल में ब्लड बैंक भी बनकर तैयार

सदर अस्पताल में ब्लड बैंक भी बनकर तैयार हो गया है। तीन सौ यूनिट तक यहां पर ब्लड का स्टोरेज करने की क्षमता है। उद्घाटन की तिथि अभी तय नहीं हुई। पूरी तरह से साजों सामान लगकर तैयार है।

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दूसरी लहर की स्थिति

-जिले में आक्सीजन लगने वाले कोरोना मरीज की संख्या- 382

-कोरोना से मौत- 35

-कोरोना की पहली लहर में संक्रमितों की संख्या- 3186

कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों की संख्या- 2919

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जिला में रेफरल अस्पताल की संख्या- 04

पीएचसी की संख्या- 07

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कोट

कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए तैयारी अंतिम चरण में है। किसी को कोई परेशानी नहीं होगी। आक्सीजन प्लांट भी बनकर तैयार हो चुका है।

डा. सुधीर कुमार महतो, सीएस, बांका

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