कोरोना काल में देवदूत बनीं सीएससी संचालिका कुमारी पुष्पा

बांका। पिछले लॉकडाउन में सुनसान सड़कें और कोरोना कहर के बीच भीतिया पंचायत के कठडांड़ स्थित यूको बैंक की सीएससी संचालिका पुष्पा कुमारी उस समय किसी को निराश नहीं किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 11:27 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 11:27 PM (IST)
कोरोना काल में देवदूत बनीं सीएससी संचालिका कुमारी पुष्पा
कोरोना काल में देवदूत बनीं सीएससी संचालिका कुमारी पुष्पा

बांका। पिछले लॉकडाउन में सुनसान सड़कें और कोरोना कहर के बीच भीतिया पंचायत के कठडांड़ स्थित यूको बैंक की सीएससी संचालिका पुष्पा कुमारी उस समय किसी को निराश नहीं किया। वे लॉकडाउन में फंसी महिलाओं के घर-घर जाकर राशि उपलब्ध कराई। इतना ही नहीं कोरोना से बचाव के लिए जागरुक भी किया। इस कारण क्षेत्र में उसकी अलग पहचान बनी।

पुष्पा ने कहा कि कठडांड़ के अतिरिक्त नवाडीह, पुतरिया, अंगराजोर, बरमसिया, गोगैंयाडीह, नाढ़ा पहाड़, भलगुहा, विक्रमाडीह, गुरुरायडीह, गोबरदाहा के सुदूर जंगल एवं पहाड़ों के बीच बसे गांव में लोग घर से बाहर निकलने में भी डरते थे। ऐसे में बैंक में राशि रहते हुए भी निकासी के लिए केंद्र तक आने से परहेज करते थे । इस कारण मानवता की सेवा को अपने आराध्य की पूजा समझकर वे खुद उसके घर-घर जाकर राशि उपलब्ध करायी। केंद्र पर भी सैनिटाइजर का उपयोग करने, मास्क लगाने एवं साबुन से हाथ साफ करने की हिदायत के साथ भीड़ नहीं लगाने की शर्त पर राशि उपलब्ध कराती थी। अंगराजोर में कोरोना मरीज की जानकारी मिलने के साथ ही क्षेत्र में स्वघोषित क‌र्फ्यू की स्थिति बन गयी। ऐसी स्थिति में अंगराजोर एवं कठडांड़ मके दर्जनों परिवारों को खुद पहुंच कर राशि उपलब्ध कराई। लॉकडाउन के दौरान घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाने, सैनिटाइजर का उपयोग करने एवं साबुन से बार-बार हाथ साफ करने के साथ ही विभिन्न प्रकार के काढा पाइन के प्रति आमजनों को जागरूक किया। उनका मानना है कि ग्राहक सेवा केंद्र संचालन को व्यवसाय की जगह जन सेवा के रूप में अपनाया है।

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