खाद की कालाबजारी की आशंका पर उर्वरक दुकानों की जांच

संवाद सूत्र शंभुगंज (बांका) धानकटनी के साथ-साथ रबी फसलों की बोआई का भी काम तेजी से चल रहा है। पर डीएपी नहीं मिलने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। बिस्कोमान में भी डीएपी एनपीके सहित अन्य उर्वरक गायब है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Dec 2021 10:53 PM (IST) Updated:Thu, 02 Dec 2021 10:53 PM (IST)
खाद की कालाबजारी की आशंका पर उर्वरक दुकानों की जांच
खाद की कालाबजारी की आशंका पर उर्वरक दुकानों की जांच

संवाद सूत्र, शंभुगंज (बांका) : धानकटनी के साथ-साथ रबी फसलों की बोआई का भी काम तेजी से चल रहा है। पर डीएपी नहीं मिलने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। बिस्कोमान में भी डीएपी, एनपीके सहित अन्य उर्वरक गायब है। बिस्कोमान प्रबंधक ने कार्यालय के बाहर स्टाक खत्म होनी की तख्ती लटाकर अपना पल्ला तो झाड़ लिया है। किसान उर्वरक के लिए सीमावर्ती भागलपुर और मुंगेर जिले का चक्कर लगाने पर विवश हो रहे हैं।

कई किसानों का मानना है कि बिस्कोमान से ही कालाबजारी का खेल शुरू होता है। कुछ दुकानदारों द्वारा अपने नजदीकी लोगों के आधार कार्ड को एकत्रित कर बिस्कोमान प्रबंधक से तालमेल बैठाते हैं और खाद का स्टाक कर लेते हैं। चर्चा है कि कुछ दुकानदार उर्वरक को अपनी दुकान में न रख बाजार से बाहर गोदाम भी बना रखे हैं। जिसकी जानकारी कृषि विभाग को भी नहीं है। इधर, बिस्कोमान प्रबंधक प्रवीण कुमार ने कालाबजारी एवं दुकानदारों से सांठ-गांठ करने की बात को निराधार बताया है। इधर गुरूवार को जिला प्रशासन के निर्देश पर बीडीओ प्रभात रंजन, प्रभारी बीएओ राजीव रंजन, अनि इंद्रदेव राय सहित अन्य बलों ने बाजार के विभिन्न उर्वरक दुकानों की जांच की। जिसमें स्टाक पंजी, वितरण पंजी, पीओएस मशीन सहित अन्य चीजों की जांच की। जांच में किसी भी दुकानों पर स्टाक विक्रय दर का बोर्ड नहीं मिलने पर बीएओ दुकानदारों पर बिफर पड़े। उन्होंने सभी दुकानदारों को दुकान के आगे डिस्पले लगाने का निर्देश दिया। इस क्रम में एक किसान जुगाड़ गाड़ी पर करीब 20 बोरी आइपीएल कंपनी का उर्वरक लेकर जा रहा था। जहां प्रशासन की नजर पड़ते ही जांच की गई। जांच के बाद बीडीओ प्रभात रंजन ने बताया कि जुगाड़ वाहन पर विशनपुर गांव के तीन-चार किसानों का खाद था।

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