फुल्लीडुमर में छठ घाटों का संकट, तालाब जीर्णोद्धार से होगी परेशानी

बांका। प्रखंड क्षेत्र में छठ घाट का घोर अभाव है। तेलिया पहाड़ स्थित कुमारपुर स्थित बड़ी पोखर सादपुर पंचायत के शोभनी पोखर एवं कटहरा के पास नदी में ही छठ घाट का निर्माण किया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 10:01 PM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 10:01 PM (IST)
फुल्लीडुमर में छठ घाटों का संकट, तालाब जीर्णोद्धार से होगी परेशानी
फुल्लीडुमर में छठ घाटों का संकट, तालाब जीर्णोद्धार से होगी परेशानी

बांका। प्रखंड क्षेत्र में छठ घाट का घोर अभाव है। तेलिया पहाड़ स्थित कुमारपुर स्थित बड़ी पोखर, सादपुर पंचायत के शोभनी पोखर एवं कटहरा के पास नदी में ही छठ घाट का निर्माण किया गया है। गांव की व्रतियों को कभी जोर तो कभी नहर तो कभी डांड़ में भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्य दान करना विवशता बन गयी है।

इस वर्ष पथड्डा के व्रतियों को सबसे अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। ग्रामीण राहुल देवराज, सुबोध कुमार, हरिश्चंद्र यादव, अनिरुद्ध भगत आदि की मानें तो पथड्डा के व्रती विगत सौ वर्षों से स्थानीय पोखर में ही भगवान भाष्कर को अ‌र्घ्यदान करते आ रहे हैं। इस वर्ष जल जीवन हरियाली योजना से पोखर के जीर्णोद्धार कार्य अधूरा रहने से उन्हें अन्यत्र भटकना पड़ेगा। बताते हैं कि तटबंध आठ फीट ऊंचा एवं पोखर आठ फीट गहरा है। बिना घाट का निर्माण हुए व्रती पोखर में छठ पूजा संपन्न नहीं कर सकतीं। लेटाबरण एवं हथियापाथर के व्रतियों के साथ भी यही परेशानी है। यहां के व्रती स्थानीय भंगा पोखर में अ‌र्घ्यदान करते हैं। इस पोखर का भी जीर्णोद्धार किया गया है। राता पंचायत में राता, पुरानी राता मैदान, गोरखडीह, धनकुड़िया, बदलाचक आदि गांव के व्रती रजौन नहर पर, खेसर पंचायत के व्रती लोहागढ़ नदी में छठ पूजा मनाने को विवश हैं। उत्तरी कोझी के व्रती राजडांड़ में अ‌र्घ्यदान करना उनकी लाचारी है। केंदुआर में छोटे छोटे पोखर हैं, लेकिन कहीं घाट का निर्माण नहीं किया गया है। इस संबंध में बीडीओ विकास कुमार ने बताया कि इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को भेजेंगे। जैसा निर्देश मिलेगा अवश्य किया जाएगा।

chat bot
आपका साथी