यूरिया के लिए किसानों ने फिर किया हंगामा
बांका। सिस्टम की लापरवाही और थोक विक्रेताओं की मनमानी का खामियाजा किसान भुगत रहा है। स
बांका। सिस्टम की लापरवाही और थोक विक्रेताओं की मनमानी का खामियाजा किसान भुगत रहा है। सुबह होते ही किसान यूरिया खाद के लिए बेलहर एवं साहबगंज बाजार को कूच कर जाते हैं। भूखे प्यासे घंटों तक लाइन में खड़ा रहते हैं। इसके बाद भी एक बोरी से अधिक खाद उपलब्ध नहीं हो सकता है। जबकि कई किसानों को तीन से पांच बोरी खाद की जरूरत है। कतार में लगे सभी किसानों को भी खाद भी उपलब्ध नहीं हो सकता है। कारण थोक विक्रेता द्वारा प्रति दुकानदार दो सौ से अधिक बोरी खाद आपूर्ति नहीं किया जा रहा है। कुछ ही दुकानों को चार से पांच सौ बोरी खाद उपलब्ध कराया जा रहा है।
खाद बोरी कम रहने और कतार में खड़े किसानों की संख्या अधिक रहने के कारण किसान हंगामा करने लगते हैं। सड़क जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप करने से उग्र किसान शांत होते हैं। लेकिन स्थिति यथावत रहती है। शुक्रवार को भी किसानों ने बेलहर बाजार के विक्रेता दिलीप भगत, साहबगंज बाजार के मुरारी पंडित आदि के दुकानों पर हंगामा खड़ा कर दिया। बेलहर बाजार में पुलिस ने मोर्चा संभाला। जबकि साहबगंज बाजार में सीओ नागेंद्र प्रसाद ने मोर्चा संभाल लिया। प्रशासन के हटते ही किसान फिर से हंगामा करने लगते थे। आरोप है कि रिया कृषि केंद्र गोरगामा के पास बुधवार को करीब दो सौ बोरा खाद उपलब्ध था। जिसका वितरण चहेते किसानों के बीच रात डेढ़ बजे तक किया गया। जरूरतमंद किसानों को बैरंग लौटा दिया गया। प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि अब पर्याप्त खाद उपलब्ध हो रहा है। किसान धैर्य रखें खाद की कोई कमी नहीं होगी।