मंडप की जगह चिता की अग्नि के लेने पड़े फेरे

बांका। कल शादी के मंगल गीतों से गूंज रहे आंगन में आज चित्कार गूंज रही है। शादी की तैयारी में जुटे लोग नववधू के आगमन की तैयारी के बदले शोक मे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 10:00 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 10:00 PM (IST)
मंडप की जगह चिता की अग्नि के लेने पड़े फेरे
मंडप की जगह चिता की अग्नि के लेने पड़े फेरे

बांका। कल शादी के मंगल गीतों से गूंज रहे आंगन में आज चित्कार गूंज रही है। शादी की तैयारी में जुटे लोग नववधू के आगमन की तैयारी के बदले शोक मे हैं। शादी की खुशियां और उमंग का सपना संजोए छोटी बच्चियों के अरमान को प्रखंड मुख्यालय के समीप सड़क हादसे में महादेवपुर गांव के तीन युवक की दर्दनाक मौत ने तोड़ दिया है। दुल्हा पिकू को अग्नि के सात फेरे लेने थे, लेकिन उसे अपने छोटे भाई राजा को मुखाग्नि देने के लिए चिता की अग्नि के फेरे लेने पड़ गए। किशोर दास के घर में शादी की शहनाई की जगह रोने की आवाज आ रही है। महिलाओं की चित्कार से मातम छाया है।

गुरुवार की देर रात सड़क हादसे में मारे गये किशोर दास के छोटे पुत्र राजा दास की मौत से पूरा गांव गम में डूब गया है। किशोर दास के तीसरे पुत्र पिकू दास की शादी बांका करहरिया में तय हुई थी। गुरुवार को देर रात बांका के लिए बरात भी निकली, लेकिन प्रखंड मुख्यालय के समीप ही हादसे में मौत के कारण शादी नहीं हो सकी। इसी तरह गांव के ही राजवंश एवं तुलसी भी राजा के साथ एक बाइक से बरात जा रहा था। जरा सी चुक तीनों की जिदगी लील गया। घटना के बाद शादी का मंडप वीरान हो गया। दो माह पूर्व ही रेफरल अस्पताल के समीप स्कार्पियो एवं बाइक के बीच टक्कर में साइकिल सवार बाजार के शंभू पोद्दार तथा गोविदपुर गांव के बाइक चालक समेत तीन लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पिछले कुछ दिनों से क्षेत्र में सड़क हादसों में वृद्धि हुई है। इसका कारण चिकनी सड़क पर तेजगति से वाहन चलाना भी है।

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