चौतरफा संकट से घिरी डहुआ की बुनकरी
बांका। प्राथमिक बुनकर सहयोग समिति लिमिटेड डहुआ के बुनकरों ने आर्थिक सहायता के लिए मुख्यमंत्री उद्योग मंत्री सहित डीएम को आवेदन देकर गुहार लगाई है।
बांका। प्राथमिक बुनकर सहयोग समिति लिमिटेड डहुआ के बुनकरों ने आर्थिक सहायता के लिए मुख्यमंत्री, उद्योग मंत्री सहित डीएम को आवेदन देकर गुहार लगाई है। बुनकर संघ अध्यक्ष मुरताज अंसारी ने बताया कि लॉकडाउन के बाद से बुनकरों की स्थिति और बदतर हो गई है।
पूंजी के अभाव में बुनकरों का पुश्तैनी व्यापार बंद होने के कगार पर आ गया है। गांव में 15 हजार बुनकर हैं। पूंजी के अभाव में सबकी स्थिति दयनीय हो गई है। अधिकांश पावर लूम, हैंडलूम बंद होने के कगार पर है। एक समय में डहुआ के बुनकरों का तैयार माल कई राज्यों में सप्लाई की जाती थी। सरकारी उदासीनता एवं सहायता नहीं मिलने से यह उद्योग अब नाम का रह गया है। बुनकरों का रोजगार छिन जाने से बुनकर पलायन कर रहे हैं। कच्चा माल में सब्सिडी, बिजली बिल में सब्सिडी सहित अन्य सुविधा नहीं मिलने कारण बुनकर तंगी के दौर से गुजर रहा है। बुनकर अध्यक्ष ने डाक के माध्यम से आवेदन देकर मुख्यमंत्री सहित अन्य से इस मामले में जल्द हस्तक्षेप कर बुनकरों की समस्या निदान करने के लिए गुहार लगाई है।
जानकारी हो कि डहुआ गांव में सरकारी उदासीनता की वजह से राज्य भर में प्रसिद्ध पावरलूम एवं हैंडलूम का व्यवसाय धीरे-धीरे समाप्ति की ओर बढ़ता जा रहा है। बुनकरों को सुविधा नहीं मिलने के कारण बुनकर दूसरे व्यवसाय से जुड़ रहे हैं या फिर बाहर पलायन कर रहे हैं। गांव में करीब 50 हैंडलूम व 700 पावरलूम हैं जो बंद होने की कगार पर आ गया है। इसमें कई लॉकडाउन से ही बंद पड़ा है।