बहा चांदन नदी का डायवर्जन, पानी कम होते शुरू होगा काम
बांका। दो दिनों की बारिश और चांदन डैम से दो फीट पानी स्पील होने से शनिवार अहले सुबह शहर से बाहर चांदन नदी का डायवर्जन बह गया। कटाव पूरब-पश्चिम की बजाय दक्षिण-उत्तर भाग में शंकरपुर के समीप हुआ है।
बांका। दो दिनों की बारिश और चांदन डैम से दो फीट पानी स्पील होने से शनिवार अहले सुबह शहर से बाहर चांदन नदी का डायवर्जन बह गया। कटाव पूरब-पश्चिम की बजाय दक्षिण-उत्तर भाग में शंकरपुर के समीप हुआ है। इस जगह कम ह्यूम पाइप होने से पानी का दवाब बढ़ गया और कई हिस्से से इसे काट नदी बहने लगी।
सुबह-सुबह लोग जब शहर आने निकले तो डायवर्जन कटने से बड़ी आबादी शहर नहीं आ सकी। बांका प्रखंड का अधिकांश हिस्सा के अलावा बौंसी-बाराहाट, पंजवारा, रजौन और धोरैया इलाके की बड़ी आबादी शहर आने से वंचित रह गई। डायवर्जन टूटने की खबर सुबह-सुबह इंटरनेट मीडिया के साथ आसपास के इलाके में आग की तरह फैल गई। हालांकि दोपहर होते-होते राज्य पुल निगम का दल डायवर्जन के पास कैंप कर गया है। संवेदक एजेंसी ने इसे ठीक करने की भी तैयारी कर ली है। पोकलेन और जेसीबी मंगा कर रखा गया है। देर शाम तक सैकड़ों बोरी बालू बांध कर रखी गई है। डीएम सुहर्ष भगत ने दोपहर में इससे संबंधित सभी अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई और इसे ठीक करने का आवश्यक निर्देश दिया। अभियंताओं ने बताया कि चांदन डैम से पानी स्पील होना कम हो गया है। सुबह तक नदी में पानी काफी कम हो जाने की उम्मीद है। पानी कम होते ही कटाव वाले हिस्से में ह्यूम पाइप डालकर डायवर्जन ठीक कर दिया जाएगा।
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तेज बहाव से पार होने की नहीं कर सके हिम्मत
डायवर्जन टूटने के बाद सबसे अधिक परेशानी नौकरी पेशा और दैनिक मजदूरी करने वालों को हो गई। बांका बाजार में अधिकांश मजदूर से लेकर दुकानों में काम करने वाले लोग नदी पार के ही है। सुबह डायवर्जन टूटने की खबर से उनपर कुठाराघात हो गया। नौकरीपेशा वालों में अधिक जरूरी वाले रजौन पुनसिया और अमरपुर होकर वापस बांका आने को मजबूर हुए। इसी तरह बांका में रहने वाले प्रखंड के कर्मी और अधिकारी भी उस पार नहीं जा सके। डायवर्जन टूटने का सीधा असर शहर पर दिखा। सड़क से लेकर दुकानों तक पर सन्नाटा पसरा रहा। समाहरणालय और अन्य सरकारी कार्यालय में भी कर्मी के साथ आमलोगों की काफी कम उपस्थिति रही। नदी में काफी तेज बहाव के कारण कोई इसे पार करने की हिम्मत नहीं कर सका।
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11 जनवरी 2020 से ही पुल क्षतिग्रस्त
चांदन नदी 11 जनवरी 2020 से ही क्षतिग्रस्त है। तीन पाया धंसने पर प्रशासन ने इसी दिन से बड़े वाहनों का परिचालन रोक दिया था। मगर दो मई 2020 पुल पूरी तरह धराशाही हो गया। इसके बाद पुल पर यातायात पूरी तरह रोक दिया गया। पिछले साल बरसात के समय ही नदी पर डायवर्जन बनाया गया। मगर बरसाती पहाड़ी नदी का उफान यह बर्दाश्त नहीं कर सका। नदी में 42 करोड़ की लागत से बनने वाले 16 मीटर चौड़े पुल का निर्माण अभी शुरु नहीं हो सका है। अभी काम शुरु करने के लिए पुराने पुल को तोड़कर हटाया जा रहा है। इससे पहले ही बारिश ने नई मुसीबत खड़ी कर दी।
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सोमवार को चालू हो सकता है डायवर्जन
शहर के कामकाजी लोगों की परेशानी शनिवार को बढ़ गई। राहत की बात यही है कि लोगों को ज्यादा दिन परेशान नहीं रहना पड़ेगा। रविवार सुबह पानी कम होने पर काम शुरु हो जाएगा। संबंधित अभियंताओं ने बताया कि रविवार को कटाव वाले हिस्से का पानी कम होते ही उसमें अधिक मात्रा में ह्यूम पाइप डाल दिया जाएगा। इसके बाद ऊपर मिट्टी बालू डालकर इसे बाइक सवारों के लिए चालू करने का प्रयास किया जाएगा। देर रात तक काम कर सोमवार को इसे किसी वक्त शुरू किया जा सकता है।
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