डेंगू ने पसारा पांव, 15 दिनों से फागिग ने लिया किनारा

बांका। इस समय वायरल बुखार डेंगू मलेरिया और टायफाइड का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ रहा है। फिर भी शहर में कई जगहों पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। मछरों से बचाव के लिए नप द्वारा एंटी लार्वा और फागिग नहीं होने से इन दिनों शहर में मछरों का प्रकोप बढ़ रहा है। प्राइवेट चिकित्सकों के यहां सात डेंगू के मरीज मिले हैं। इसके बाद भी फागिग बंद है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 09:48 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 09:48 PM (IST)
डेंगू ने पसारा पांव, 15 दिनों से फागिग ने लिया किनारा
डेंगू ने पसारा पांव, 15 दिनों से फागिग ने लिया किनारा

बांका। इस समय वायरल बुखार, डेंगू, मलेरिया और टायफाइड का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ रहा है। फिर भी शहर में कई जगहों पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। मच्छरों से बचाव के लिए नप द्वारा एंटी लार्वा और फागिग नहीं होने से इन दिनों शहर में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। प्राइवेट चिकित्सकों के यहां सात डेंगू के मरीज मिले हैं। इसके बाद भी फागिग बंद है।

नप के कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार ने बताया कि बारिश के मौसम में जल जमाव की स्थिति न हो इसके लिए नाले की सफाई मशीन से शनिवार से शुरू की गई है। इसके लिए भागलपुर नगर निगम से मशीन मंगाई जाएगी। शहर में मच्छरों का प्रकोप रोकने के लिए फागिग के साथ ही नाली में एंटी लार्वा का भी छिड़काव किया जाता है। कुछ दिनों से शहर में फागिग नहीं हो पाई है। इसे जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। डेंगू बरसात के मौसम में काफी तेजी से फैलता है। ऐसे में इस मौसम में लोगों को विशेष सावधानियां बरतने की जरूरत है। अपने घर के आस-पास पानी न जमने दें और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। डेंगू से बचाव का सबसे आसान तरीका सतर्क रहे इसे फैलने से रोकें।

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ऐसे फैलता है डेंगू

डेंगू वायरस जनित रोग है। जब यह पहले से संक्रमित किसी व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। यह बीमारी तब फैलती है जब यही मच्छर किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काटता है। चिकित्सक डा. शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिए फैलता है। एक बार जब कोई व्यक्ति डेंगू से उबर जाता है, लेकिन वह विशिष्ट वायरस से प्रतिरक्षित हो जाता है।

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ऐसे करें बचाव

डेंगू की रोकथाम का सबसे पहला और जरूरी कदम यही है कि मच्छरों को पैदा होने से रोकें। अपने घर के आस-पास जल जमाव नहीं होने दें। कूलर के पानी को हर सप्ताह बदलें। गमले और छत पर पड़े डब्बे में पानी जमा नहीं होने दें। घर में साफ-सफाई रखें, मच्छरों से बचाव के लिए घर में मच्छरदानी का प्रयोग करें।

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इन बातों का रखें ध्यान

बरसात में जमा पानी में पनपने वाले मच्छर ही डेंगू की वजह बनते हैं। डेंगू से ग्रसित व्यक्ति से कोई अन्य संक्रमित नहीं हो सकता। एक मच्छर डेंगू वायरस का वाहक बन सकता है। डेंगू से ग्रसित व्यक्ति से कोई अन्य संक्रमित नहीं हो सकता, लेकिन एक मच्छर डेंगू वायरस का वाहक बन सकता है। स्वस्थ व्यक्ति को डेंगू से संक्रमित कर सकता है। डेंगू ऐसे लोगों को अपना शिकार आसानी से बना लेता है। जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। ऐसे में इसकी रोकथाम के लिए व्यक्ति को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाना चाहिए। डेंगू एडीज डजिप्टी नामक मच्छरों के काटने से फैलता है। जो दिन के समय काटता है।

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