किसान बिल के विरोध में राजद और सीपीआइ ने किया प्रदर्शन

बांका। किसान बिल के विरोध में शुक्रवार को राजद और सीपीआई ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 11:05 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 11:05 PM (IST)
किसान बिल के विरोध में राजद और सीपीआइ ने किया प्रदर्शन
किसान बिल के विरोध में राजद और सीपीआइ ने किया प्रदर्शन

बांका। किसान बिल के विरोध में शुक्रवार को राजद और सीपीआइ ने केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। राजद जिलाध्यक्ष अर्जुन ठाकुर की अगुआई में कार्यकर्ताओं ने शहर के विजयनगर चौक से गांधी चौक होते हुए प्रदर्शन करते हुए समाहरणालय पहुंचा। जहां सरकार के खिलाफ में जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया है।

इसके बाद प्रतिनिधि मंडल ने राष्ट्रपति और राज्यपाल के नाम ज्ञापन डीएम सुहर्ष भगत को सौंपा। कार्यक्रम में मुख्य रूप से बेलहर के विधायक रामदेव यादव ने कहा कि केंद्र सरकार ने जो बिल लाया है। उससे किसानों को और परेशानी होगी। इसके अलावा उन्होंने कहा कि बांका जिला में नया भूसर्वे का काम शुरु हुआ है। कोरोना काल में इस तरह के सर्वे से किसानों को परेशान किया जा रहा है। मौके पर प्रमुख बमबम यादव, अबुल हासिम, मु. जुम्मन, प्रमोद राउत, उमेश कुमार यादव, मु. असरफुल होदा, मु. अजहरूल होदा, गुड्डू यादव, ओम प्रकाश गुप्ता, शिशिर कुमार साह, लालू कुमार, युवा जिलाध्यक्ष विशाल यादव, पप्पू यादव आदि मौजूद थे। सीपीआइ जिला मंत्री मुनीलाल पासवान की अगुवाई में भी कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। जिला मंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार किसान विरोधी सरकार है। सरकार हमेशा पूंजीपतियों के हित में सोचती है। सहायक जिला मंत्री ब्रजेश सिंह, शंभू कुमार दास, गिरिधारी राय, गौतम सिंह, रंजीत शर्मा, विकास सिंह, शिवनारायण कापरी आदि मौजूद थे।

बेलहर: प्रखंड क्षेत्र के साहेबगंज बाजार में शुक्रवार को एसयूसीआइ कार्यकर्ताओं ने अर्जुन पाल के नेतृत्व में भारत बंद का समर्थन किया। इस दौरान केंद्र सरकार के नारेबाजी किया। अर्जुन पाल ने बताया कि किसानों के खिलाफ कृषि बिल है। मौके पर कविद्र पंडित, भुवनेश्वर पासवान, पुरुषोत्तम कुमार, दिलीप कुमार, भावेश कुमार, पिटू शर्मा आदि उपस्थित थे।

रजौन: बंद का असर नहीं रहा। मुख्य सड़क मार्ग पुनसिया बाजार से लेकर रायपुरा शराब फैक्ट्री तक बंद का कहीं भी कोई असर नहीं दिखा। प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह ने बताया कि हम लोग को कोई गाइडलाइन नहीं मिला था। यह समस्या किसानों से जुड़ा है। इसमें किसानों को आगे आना चाहिए।

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