कुम्हारों को पुराने दिन लौटने की उम्मीद

बांका। चाइनिज सामान के बहिष्कार के बाद कुछ मेहनतकश लोग ऐसे हैं कि विलुप्त होती जा रही पारंपरिक संस्कृति को बचाने में लगे हैं। रोशनी का पर्व दीपावली पर दीये जलाना भी रस्म अदायगी बनती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 09:56 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 09:56 PM (IST)
कुम्हारों को पुराने दिन लौटने की उम्मीद
कुम्हारों को पुराने दिन लौटने की उम्मीद

बांका। चाइनिज सामान के बहिष्कार के बाद कुछ मेहनतकश लोग ऐसे हैं कि विलुप्त होती जा रही पारंपरिक संस्कृति को बचाने में लगे हैं। रोशनी का पर्व दीपावली पर दीये जलाना भी रस्म अदायगी बनती जा रही है। कुछ वर्षों में बाजारों पर चाइनीज झालरों ने अपना जगह बना लिया था। उसके बहिष्कार के बाद लोग दीए के दीपक जलाने हैं।

कहते है कि मिट्टी के जलते दीपक सिर्फ देखने में ही सुंदर नहीं लगते, यह मानव जीवन को पूरी तरह प्रभावित करने वाले प्रदूषण के अंधेरों को भी दूर भगाने में सक्षम है। इससे पर्यावरण में मौजूद खतरनाक प्रदूषण कारी तत्व भी नष्ट हो जाते हैं

इस बार एक बड़ी आबादी ने चयनिज सामग्री की जगह मिट्टी के दीपक व लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा समेत अन्य सामग्री खरीदने करने का मन बना रखा है। लोगों की प्रतिबद्धता को देखकर ऐसा लग रहा है कि इस बार की दीपावली में एक बार फिर कुम्हारों की पुराने दिन लौटने वाले हैं। लोगों को प्रतिबद्धता को देखते हुए कुम्हरों में भी हर्ष है। बरहाल कुम्हारों ने चाक को तेजी से चलाना शुरू कर दिया है। गणेश लक्ष्मी की प्रतिमा बनाई जा रही है। बाराहाट सहित आसपास के कुम्हारों ने बाजारों में मिट्टी से बने सामान को बेचना शुरू कर दिया है। बाजार हाट बाजार में मिट्टी का दीपक बेच रही शोभा देवी ने बताया कि चाइनिज सामग्री के चलते हमारा मिट्टी का कारोबार समाप्त होने के कगार पर खड़ा हो गया था, लेकिन इस बार लोगों ने मिट्टी का सामान खरीदने की संकल्प लिया है।

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बोली छात्राएं

-- इस दीपावली में केवल और केवल मिट्टी का सामान का प्रयोग करूंगी। आप सभी से अनुरोध है कि इस दीपावली में मिट्टी के सामान का उपयोग करें

श्रेया साक्षी

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कुम्हार अपनी उंगलियों की कारीगरी से आकर्षक दीपक तथा लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा व अन्य सामान बनाते हैं हम लोगों को अपने देश में बने सामानों का प्राथमिकता देनी चाहिए

शिवांगी

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हम सब मिलकर संकल्प लें कि इस बार की दीपावली में चयनित सामान का उपयोग नहीं कर के कुम्हारों द्वारा बनाई गई मिट्टी के सामानों का उपयोग करेंगे

सोनाली प्रिया

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जिले वासियों से अपील है कि चाइनिज सामान का उपयोग ना करें। मिट्टी के बने दीपक का दीपावली में प्रयोग करें। मिट्टी के दीपक से घरों को रोशन करें।

सरस्वती कुमारी

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