जन्म प्रमाण पत्र में पैसे लेते डीएस का चालक धराया

बांका। सदर अस्पताल के एक कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मंत्री सह विधायक रामनारायण मंडल के सामने जन्म प्रमाण पत्र देने के बदले में तीन सौ रुपये मांगने का मामला सामने आया है। इसके बाद विधायक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिकायतकर्ता को प्रमाण पत्र निर्गत करने का निर्देश अस्पताल प्रबंधक को दिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 25 Oct 2021 09:31 PM (IST) Updated:Mon, 25 Oct 2021 09:31 PM (IST)
जन्म प्रमाण पत्र में पैसे लेते डीएस का चालक धराया
जन्म प्रमाण पत्र में पैसे लेते डीएस का चालक धराया

बांका। सदर अस्पताल के एक कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मंत्री सह विधायक रामनारायण मंडल के सामने जन्म प्रमाण पत्र देने के बदले में तीन सौ रुपये मांगने का मामला सामने आया है। इसके बाद विधायक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शिकायतकर्ता को प्रमाण पत्र निर्गत करने का निर्देश अस्पताल प्रबंधक को दिया। इधर, बात सही होने पर स्थापना शाखा में कार्यरत कर्मियों को वहां से हटा दिया गया।

जानकारी के मुताबिक बलारपुर गांव निवासी प्राण बगवै अपने बेटे के जन्म प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे थे। इसी बीच जब वो सोमवार को सदर अस्पताल पहुंचे तो स्थापना शाखा में डीएस राजकुमार चौधरी के गाड़ी चालक का काम कर रहा था। डीएस के चालक ने प्राण बगबै से प्रमाण पत्र के लिए तीन सौ रुपये की मांग की। जब प्राण ने बताया कि बेटी के जन्म के समय उन्हें कोई रुपया नहीं लगा था। इस पर चालक ने काम नहीं होने की बात कहीं। जिस वक्त चालक स्थापना में काम कर रहा था। उस वक्त वहां पर प्रधान सहायक भी मौजूद थे। लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलना नहीं समझा। प्राण ने इसकी शिकायत प्रबंधक अमरेश कुमार से की थी। जिस पर उन्होंने लिखित शिकायत करने की बात कहीं। इसी बीच प्राण ने आवेदन लेकर विधायक से की। इसके बाद स्थापना शाखा में कार्य कर रहे कर्मी से जब प्राण की पहचान कराई गई तो किसी ने उसे पहचाने से इन्कार कर दिया। लेकिन प्रबंधक ने जब चालक को सामने किया गया, तो उसकी बोलती बंद हो गई। उसी वक्त वहां पर मौजूद एसीएमओ अभय प्रकाश चौधरी ने जन्म प्रमाण पत्र देखने वाले सभी कर्मी को वहां से हटाने का निर्देश दे दिया। जानकारी हो कि सदर अस्पताल में जन्म प्रमाण पत्र के बदले पैसे वसूलने का यह पुराना खेल काफी लंबे समय से चल रहा थ। इस मामले में प्रबंधक अमरेश कुमार ने बताया कि शिकायत के बाद ही फौरन सभी कर्मी को वहां से हटा दिया गया है।

chat bot
आपका साथी