सगुनिया गांव में पशुओं का शरणस्थली बना सामुदायिक भवन

बांका। धोरैया-सन्हौला मुख्य पथ में सगुनिया गांव में निर्मित सामुदायिक भवन पशुओं के लिए शरणस्थल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 07:46 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 07:46 PM (IST)
सगुनिया गांव में पशुओं का शरणस्थली बना सामुदायिक भवन
सगुनिया गांव में पशुओं का शरणस्थली बना सामुदायिक भवन

बांका। धोरैया-सन्हौला मुख्य पथ में सगुनिया गांव में निर्मित सामुदायिक भवन पशुओं के लिए शरणस्थली बना हुआ है। इस कारण इसका लाभ स्थानीय लोगों को नहीं मिल पा रहा है। विधायक निधि कोष से निर्मित यह भवन का कार्य डेढ़ दशक बाद भी पूरा नहीं होने से कुछ लोग इस भवन में मवेशी का चारा रखने के साथ -साथ पशुओं को धूप और बारिश से बचाने के लिए बांधकर रखते है। इधर, धोरैया बाजार में निर्मित यात्री शेड में दुकानदारों का कब्जा है। बटसार मीडिल स्कूल के पास यात्री शेड में पशुओं का चारा रखा गया है। साफ सफाई का घोर अभाव रहने से यात्री शेड में नहीं जाते हैं। वहीं, सीओ द्वारा अतिक्रमणमुक्त कराने के लिए आवेदन का इंतजार किया जा रहा है। सड़क चौड़ीकरण के कारण दर्जनों यात्री शेड हुए ध्वस्त घोघा से पंजवारा राजकीय पथ के निर्माण को लेकर सड़क चौड़ीकरण में दर्जनों यात्री शेड तोड़ दिए गए। खासकर गौरा, सगुनिया, कुरमा, धोरैया, चलना, सादपुर आदि स्थानों पर यात्रियों की सुविधा को लेकर शेड का निर्माण कराया गया था। जिसमें यात्री धूप और बारिश से बचने के लिए समय व्यतीत करते थे। यहां तक की काम कर लौटे मजदूर भी दोपहर में अपनी थकान शेड में सोकर मिटाते थे, लेकिन दर्जनों शेड के टूट जाने से अब गिने चुने ही शेड बचे हुए हैं। वह भी अतिक्रमण की चपेट में है। कोट यदि स्थानीय लोगों द्वारा आवेदन दिया जाता है तो अतिक्रमण वाले सभी यात्री शेड को खाली कराया जाएगा। -हंसनाथ तिवारी , अंचलाधिकारी

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