ठंड ने दी दस्तक, 12 बजे निकली धूप
संवाद सूत्र बांका मौसम में दिन प्रतिदिन हो रहे बदलाव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इस साल का सबसे सर्द का दिन गुरुवार को रहा। बुधवार के शाम से ही घने कोहरे छाने लगे थे। रात में ठंड बढ़ने के साथ ही गुरुवार को पूरा दिन आसमान में तेज धूप नहीं निकलने से अधिकांश लोग वदन पर गर्म कपड़ें में दिखे।
- सर्दी बढ़ते ही गर्म कपड़े में दिखे लोग
- इस दौरान अधिकतम तापमान 26 और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रहा
- 05 से 07 किलोमीटर की रफ्तार से चल रही पछिया हवा से मौसम में हो रही गिरावट
फोटो: 25बीएन 11
संवाद सूत्र, बांका: मौसम में दिन प्रतिदिन हो रहे बदलाव से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। इस साल का सबसे सर्द का दिन गुरुवार को रहा। बुधवार के शाम से ही घने कोहरे छाने लगे थे। रात में ठंड बढ़ने के साथ ही गुरुवार को पूरा दिन आसमान में तेज धूप नहीं निकलने से अधिकांश लोग वदन पर गर्म कपड़ें में दिखे।
गुरुवार को सुबह और शाम को घरों से बाहर निकलने वाले लोगों ने ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लिया। दोपहर में निकली हल्की धूप से लोगों ने थोड़ी राहत ली। फिर शाम होते ही ठंड का प्रकोप बढ़ने लगा जिससे लोग जल्दी ही अपने घरों में घुस गए। केविके के मौसम विज्ञानी जुबुली साहू ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में बारिश की संभावना कम है। इस दौरान आसमान मुख्यत: साफ रहने के साथ हल्का बादल दिखने को मिल सकती है। सुबह में कोहरा की संभावना बन सकती है। इस दौरान अधिकतम तापमान 27-29 और न्यूनतम तापमान 13-15 डिग्री के मध्यम रह सकती है। ज्ञात हो कि 12 बजे दिन में धूप निकली थी।
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अगले सप्ताह में और बढ़ेगी ठंड
मौसम विज्ञानी ने बताया कि धीरे-धीरे तापमान में गिरावट हो रही है। आने वाले सप्ताह में एक से दो डिग्री तापमान में गिरावट हो सकती है। इसके साथ ही पांच से सात किलो मीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पछिया हवा चलने से और ठंड बढ़ सकती है।
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घने कोहरे और पछिया हवा चलने से ठंड बढ़ गई है। थोड़ी सी भी चूक लोगों को बीमार कर सकती है। इसके लिए लोगों को बिना आवश्यकता घरों से बाहर नहीं निकलनी चाहिए। घरों से बाहर निकलते समय गर्म कपड़ा पहनकर निकलना चाहिए। बूढ़े और बीमार लोगों को इसमें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत है। गर्भवती को पूरी तरह से गर्म कपड़ा पहनना चाहिए। इसके साथ ही घने कोहरे में खुले आसमान के नीचे समय व्यतीत नहीं करनी चाहिए।
डा. एसके सुमन, चिकित्सक जेल