पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने कोरोना से मुक्ति के लिए की पूजा अर्चना

बांका। बांका मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों में माता दुर्गा के सातवें रूप कालरात्रि की पूजा के साथ पट खुलते ही भक्तों की भीड़ मां के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए उमड़ पड़ी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 09:41 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 09:41 PM (IST)
पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने कोरोना से मुक्ति के लिए की पूजा अर्चना
पट खुलते ही श्रद्धालुओं ने कोरोना से मुक्ति के लिए की पूजा अर्चना

बांका। बांका मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों में माता दुर्गा के सातवें रूप कालरात्रि की पूजा के साथ पट खुलते ही भक्तों की भीड़ मां के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने कोरोना संक्रमण से मुक्ति के लिए पूजा अर्चना की।

बाराहाट: माता का पट खुलते ही आस्थावानों ने मां भगवती के सातवें स्वरूप कालरात्रि की पूजा-अर्चना की और अमन-चैन के साथ रोग मुक्त होने की कामना की । इधर, ढाकामोड़, मोतिहाट स्थित दुर्गा मंदिर में श्रद्धालु कम दिखे। जहां मेला और पूजा के कारण हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी थी। वहां सोमवार का सुबह-शाम पूजा समिति के तीन से चार सदस्य और पुजारी निष्ठा के साथ सरकार के गाइडलाइन का पालन कर शारीरिक दूरी के साथ बिना किसी ध्वनि विस्तारक यंत्र के वैदिक मंत्र उच्चारण करते नजर आए।

पंजवारा: पंजवारा में प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा पूजा के बाद माता के दरबार का पट श्रद्धालुओं के दर्शन पूजन के लिए सोमवार को खोल दिया गया। लोग बारी-बारी से बिना भीड़ लगाए मंदिर में पहुंच माता की पूजा अर्चना कर रहे हैं। श्रद्धालुओं से इसके लिए अपील भी की जा रही है।

चांदन : पूजा समिति के सचिव अवधेश कुमार वर्मा ने बताया कि कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए लोगों को पूजा की अनुमति दी जा रही है।

रजौन: दुर्गा सप्तशती पाठ सहित संध्या आरती का आयोजन किया जा रहा है। प्रखंड के कोतवाली, गोसाई चक, रजोन, रूपसा, अमदाहा, सिंहनान, चिलकावर, पुनसिया, मालती गांव में मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जा रही है।

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