पंचायत सरकार की मतगणना में भी लोकसभा जैसी उमड़ी भीड़
बांका। रविवार को मतगणना भले गांव में सरकार गठन था। मगर लोगों की जुटी भीड़ लोकसभा चुनाव
बांका। रविवार को मतगणना भले गांव में सरकार गठन था। मगर लोगों की जुटी भीड़ लोकसभा चुनाव की मतगणना से कम नहीं थी। पीबीएस कालेज के चारों ओर दिन भर पांव रखने की जगह नहीं बची थी। कालेज से शुरु हुई भीड़ कृषि विज्ञान केंद्र होकर, सदर अस्पताल और जगतपुर तक सड़क पर समर्थकों की खचाखच भीड़ भरी रही। खुले आसमान में प्रत्याशी और उसके समर्थक कहीं चादर या प्लास्टिक बिछा कर अपने पंचायत की बारी आने का इंतजार कर रहे थे। कहीं इंतजार करते-करते का ताश चल रहा था तो कहीं नाश्ता-पानी का इंतजाम चल रहा था। समर्थकों की भीड़ शहर में गांधी चौक के होटलों तक पहुंची रही। रविवार के बावजूद होटलों में देर शाम तक भीड़ लगी रही। पीबीएस कालेज के आसपास तो दो महीने का मेला ही खड़ा हो गया है। चाय-नाश्ता ही नहीं खाना तक की कई दुकानें खुल गई। पीबीएस कालेज के आसपास मिठाई-शीतल पेय से लेकर हर जूरूरी सामान की दुकानें खुल गई। अब दिसंबर तक बेलहर प्रखंड की मतगणना तक पीबीएस काले में चुनाव का मेला गुलजार रहेगा। सबसे आश्चर्य कि इस मतगणना में पहुंचने वाले अधिकांश लोग आमलोग हैं। इसलिए रेलवे मैदान पर सबसे अधिक आटो की भीड़ दिखी। वार्ड और पंचायत समिति के प्रत्याशी भी एक-दो आटो पर अपने समर्थकों के साथ मतगणना देखने आए थे। मतगणना में लोकसभा चुनाव से कम लक्जरी वाहन भी नहीं था। इसकी संख्या भी सैकड़ों में थी। अधिकांश लक्जरी वाहन मुखिया प्रत्याशियों का था।
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मुखिया की जीत तक सिमटा नारेबाजी
हर पंचायत के मुखिया की जीत पर ही सबसे अधिक नारेबाजी हो रही थी। इसका मतगणना हाल उत्तर हिस्से में चाहरदिवारी से सटा था। इस कारण खिड़की से इशारा मिलते ही समर्थक जोश से भर जाते थे। हो-हंगामा और सीटी के शोर के साथ समर्थक सड़कों पर दौड़ पड़ते थे। इस पर पुलिस को हर बार सख्ती दिखाकर भीड़ के जोश को ठंडा करना पड़ा। मुखिया के अलावा और किसी सीट की जीत पर हंगामा सुनाई नहीं पड़ता था। वार्ड और पंच जीतने वाले कई प्रत्याशी तो खुद अकेले या महिला होने पर पति के साथ मतगणना केंद्र पर पहुंचे थे।
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बारिश ने गिनती को किया खुशनुमा
पिछले तीन-चार दिनों की तेज गर्मी और उमस ने सबको परेशान कर रखा था। इस कारण मतगणना कक्ष के अंदर और बाहर भी काफी उमस थी। इससे मतगणना कर्मी से एजेंट तक परेशान रहे। अधिकांश एजेंट एक राउंड की गिनती के बाद निकल जाते थे लेकिन मतगणना कर्मी दोपहर तक बेचैन रहे। लेकिन दोपहर ठीक 12 बजे के बाद कालेज कैंपस में करीब आधा घंटा तक खूब बारिश हो गई। इसके बाद मौसम सुहावना हो गया। लेकिन आश्चर्य कि पीबीएस कालेज में आधा घंटे की बारिश बांका शहर तक नहीं पहुंच सकी।