देर रात तक गांधी चौक पर जमीन बेचने-खरीदने वालों का लगा रहा मेला
बकरी पालन से कटोरिया बरनपुर किसना बना आत्म निर्भर कटोरिया बरनपुर गांव निवासी सुरेश यादव ने केविके द्वारा 5 दिवसिय बकरी पालन का प्रशिक्षण लिया। जिसके बाद अपने धर पर ब्लेक बंगाल नश्ल की दो बकरी से अपना व्यवसाय दो वर्ष पूर्व प्रारंभ किया था। उसी दो बकरी से आज उनके पास 40 बकरी हो गया। हालांकि इसमें घर की आर्थिक तंगी के कारण वह उसमें से पांच बकरी को बेच दिया। जिससे आज भी उसके पास कुल 35 बकरी है।
बांका। गांधी चौक पर बुधवार को भीड़ देख हर कोई आश्चर्यचकित था। यह कैसी भीड़ है? इस चौक पर लोगों ने कभी ऐसी भीड़ नहीं देखी थी।
सड़क पर जेल गेट और कटोरिया रोड में डीएसपी आवास से आगे तक मुख्य सड़क पर बाइक की दो-दो कतार खड़ी हो गई थी। मेले जैसा दृश्य हो गया था जहां किसी खेल-तमाशे वाले काउंटर के आगे से कतार और भीड़ नजर आती है। स्थिति यह हो गई कि चौक के आसपास किसी दुकान में खड़े रहने तक जगह नहीं थी। अधिकारियों तक के वाहनों को चौक से पार करना मुश्किल हो रहा था।
दरअसल यह मेला था, जमीन बेचने और खरीदने का। पास के निबंधन कार्यालय में बिना जमाबंदी बेचने का बुधवार को संभवत: आखिरी दिन था। इसलिए हर कोई बहती गंगा में हाथ धोने के फिराक में था। लेकिन, जमीन का कागजात लेने के साथ ही बुधवार के कागज का निबंधन अगले दिन होने का निर्देश जारी कर दिया गया। इसके बाद भीड़ कुछ नियंत्रित हुई। देर रात का निबंधन का आंकड़ा तीन सौ पार कर गया। रात दस बजे तक भी निबंधन का काम जारी था। लिहाजा इसकी संख्या कुछ और बढ़ सकती है। निबंधन पदाधिकारी रवि रंजन ने बताया कि बांका निबंधन कार्यालय में पहली बार निबंधन का आंकड़ा तीन सौ पार हुआ है। इसका सही आकलन और राजस्व प्राप्ति का लेखा-जोखा देर रात बाद ही संभव है।
इधर यातायात पुलिस भीड़ को देख मूकदर्शक बन गई थी। सभी होटल में नाश्ता और भोजन के साथ मिठाई भी दोपहर बाद कम पड़ गई। यह भीड़ बुधवार देर रात दस बजे तक बनी रही। भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस को भी मुस्तैदी दिखानी पड़ी।