मेडिकल संचालक और कंपाउंडर पर मामला दर्ज

बांका। बुधवार देर शाम शहर के कटोरिया रोड स्थित इरविन मेडिकल हॉल में गलत सुई देने की वजह से विजयनगर निवासी नवीन दास की पांच वर्षीय बेटी आरुचि की मौत हुई थी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Oct 2019 09:57 PM (IST) Updated:Thu, 17 Oct 2019 09:57 PM (IST)
मेडिकल संचालक और कंपाउंडर पर मामला दर्ज
मेडिकल संचालक और कंपाउंडर पर मामला दर्ज

बांका। बुधवार देर शाम शहर के कटोरिया रोड स्थित इरविन मेडिकल हॉल में गलत सुई देने की वजह से विजयनगर निवासी नवीन दास की पांच वर्षीय बेटी आरुचि की मौत हुई थी। इस मामले में टाउन थाना में आरुचि की दादी मुन्नी देवी ने मेडिकल हॉल संचालक अभय कुमार सिंह व कंपाउडर गौतम कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। इधर, घटना के बाद गुरुवार को मेडिकल की दुकान बंद रही।

इस संदर्भ में आरुचि की दादी ने पुलिस के समक्ष दिए बयान में बताया कि उसकी पोती को हल्का बुखार आने पर वह उसे लेकर इरविन मेडिकल हॉल पहुंची। जहां डॉ. आरके सिंह नहीं थे। मेडिकल संचालक अभय कुमार सिंह ने आरुचि का नब्ज देख तेज बुखार होने की बात कही। उन्होंने बताया कि चिकित्सक को आने में देर है। बुखार कम होने की सुई तब तक लगा दिया जाएगा। परिजन ने चिकित्सक के आने के बाद सुई देने की बात संचालक से कही। लेकिन उन्होंने टालमटोल करते हुए कंपाउंडर गौतम को सुडेमा की सुई देने के लिए कहा। गौतम ने जैसे ही आरुचि को सुई लगाई उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद अभय ने धमकाते हुए बच्चे को लेकर सदर अस्पताल भेज दिया। जहां डॉ. जितेंद्र कुमार ने आरुचि की मौत होने की पुष्टि की। इधर, सदर अस्पताल के कुछ चिकित्सकों ने बताया कि ओवरडोज के कारण बच्ची की मौत हुई है।

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तीन चिकित्सकों की टीम ने किया शव का पोस्टमार्टम :

आरुचि की मौत के बाद सीएस डॉ. सुधीर कुमार महतो ने चिकित्सकों की टीम बनाकर आरुचि के शव का पोस्टमार्टम कराया। टीम में डॉ. लक्ष्मण पंडित, डॉ. अशोक सिंह व डॉ. दिलीप कुमार ने पोस्टमार्टम किया। पुलिस भी अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है। इस मामले में थानाध्यक्ष राजेश कुमार झा ने बताया कि मेडिकल हाल संचालक व कंपाउंडर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस दोनों की तलाश कर रही है।

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जिले में ऑन लाइन मेडिकल स्टोर की संख्या 397 :

जिले में मेडिकल स्टोर की ऑन लाइन संख्या 397 है। कागजी तौर पर साढ़े चार सौ से अधिक मेडिकल स्टोर चल रहे हैं। विभाग के आंकड़े बताते हैं कि किस तरह से ऑन लाइन और ऑफ लाइन के हेरफेर में दवा दुकानदारों की चांदी कट रही है। वहीं, सात लाइसेंसी नर्सिंग होम भी जिले में काम कर रहे हैं। कटोरिया, बौंसी व अमरपुर में एक-एक है। जबकि शहर में चार नर्सिंग होम संचालित है।

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कोट

सुई देने के मामले में चिकित्सकों की टीम ने आरुचि के शव का पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

डॉ. सुधीर कुमार महतो, सीएस, बांका

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