बेलहर के डेढ़ दर्जन स्कूलों में चापाकल खराब

बांका। प्रखंड क्षेत्र के करीब डेढ़ दर्जन स्कूलों में महीनों से चापाकल खराब है। जिसकी रिपोर्ट संबंधित विद्यालय के प्रधान शिक्षकों ने शिक्षा विभाग को भी दी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Apr 2019 08:07 PM (IST) Updated:Wed, 24 Apr 2019 08:07 PM (IST)
बेलहर के डेढ़ दर्जन स्कूलों में चापाकल खराब
बेलहर के डेढ़ दर्जन स्कूलों में चापाकल खराब

बांका। प्रखंड क्षेत्र के करीब डेढ़ दर्जन स्कूलों में महीनों से चापाकल खराब है। जिसकी रिपोर्ट संबंधित विद्यालय के प्रधान शिक्षकों ने शिक्षा विभाग को भी दी है। वहीं, विभाग द्वारा खराब पड़े चापाकल की मरम्मत को लेकर शिक्षकों द्वारा भेजी गई सूची पीएचईडी विभाग को भी सौंप दी गई है। इसके बाद भी अबतक खराब चापाकल की मरम्मत नहीं हो सकी है। लिहाजा वैसे स्कूलों में पेयजल संकट गहरा गया है। साथ ही एमडीएम योजना संचालन भी कड़ी चुनौती बन गई है। वहीं, प्रोन्नत मध्य विद्यालय काशीडीह स्थित चापाकल के पानी से कीड़ा निकलता है। जिसके चलते पेयजल आपूर्ति से लेकर एमडीएम संचालन तक का कार्य बाहर से लाए पानी से होता है। मामले को लेकर उक्त स्कूल के छात्र-छात्राओं, रसोइयों व शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय जोगियातरी, जमुआ, चांदोडीह, कैथटिकर, कुंजलागढ़ी, मध्य विद्यालय बोका, रामनगर, काशीडीह, देवनडीह, दर्शनियां, एनपीएस केलावाड़ी, लकड़ा, पीडरा में महीनों से चापाकल खराब पड़ा हुआ है। जबकि एनपीएस पूर्णाडीह खड़ौधा चापाकल विहीन है। विभाग द्वारा पीएचईडी विभाग को खराब पड़े चापाकलों की सूची भेज दी गई है। इसके बावजूद अबतक उसका मरम्मत कार्य नहीं हुआ है। जिस कारण पेयजल आपूर्ति और एमडीएम संचालन वैसे स्कूलों के लिए कड़ी चुनौती बन गई है। वहीं, प्रोन्नत मध्य विद्यालय काशीडीह के चापाकल पानी से कीड़ा निकलता है। जहां एक माह पूर्व ही नए चापाकल निर्माण कार्य की मांग की गई है। लेकिन अबतक वहां चापाकल निर्माण कार्य नहीं किया गया है।

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गर्मी ने दस्तक दे दी है। खराब पड़े चापाकल के कारण स्कूलों में पेयजल संकट गहरा गया है। एमडीएम संचालन के लिए बाहर से पानी लाना पड़ता है। पीएचईडी को चापाकल मरम्मत के लिए कहा गया है।

तुषार कुमार सिन्हा, बीईओ

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