बेलहर का 190 आंगनबाड़ी केंद्र सरकारी स्कूलों में होगा शिफ्ट

संवाद सूत्र बेलहर (बांका) सरकारी प्राइमरी स्कूलों में आंगनबाड़ी केंद्रों को शिफ्ट करने की घोषणा भर से सेविकाओं में खलबली मच गई है। अब उनके लूटखसोट का अड्डा ध्वस्त होने वाला है। खासकर घरों की चारदीवारी के अंदर केंद्र संचालित करने वाली सेविकाओं को उनके दबे राज खुलने का भय सता रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 09:46 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 09:46 PM (IST)
बेलहर का 190 आंगनबाड़ी केंद्र सरकारी स्कूलों में होगा शिफ्ट
बेलहर का 190 आंगनबाड़ी केंद्र सरकारी स्कूलों में होगा शिफ्ट

- खबर पर सेविकाओं में हड़कंप, लूटखसोट की खुलेगी पोल

- शिफ्ट नहीं होने वाले दो केंद्रों से मांगा स्पष्टीकरण

संवाद सूत्र, बेलहर (बांका): सरकारी प्राइमरी स्कूलों में आंगनबाड़ी केंद्रों को शिफ्ट करने की घोषणा भर से सेविकाओं में खलबली मच गई है। अब उनके लूटखसोट का अड्डा ध्वस्त होने वाला है। खासकर घरों की चारदीवारी के अंदर केंद्र संचालित करने वाली सेविकाओं को उनके दबे राज खुलने का भय सता रहा है। घोषणा के बाद सीडीपीओ भी सख्त हो गई हैं। उनके द्वारा स्कूल में शिफ्ट नहीं होने वाले दो केंद्रों से स्पष्टीकरण मांगे जाने की बात कही गई है। भवनविहीन सहित सभी 190 केंद्रों को भी संबंधित गांव के स्कूलों में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। अबतक आधा से अधिक केंद्र अंधेरे में तीर मार रहा था। सेविकाओं द्वारा अपने घरों में केंद्र मनमाने तरीके से संचालित किया जा रहा था। इस कारण ग्रामीणों को समुचित लाभ नहीं मिल पाता था। बच्चों को भी पठन-पाठन का समुचित लाभ नहीं मिलता था। जंगली, पहाड़ी इलाकों के साथ मुख्यालय से दूर का केंद्र भगवान भरोसे था। केंद्र संचालन से लेकर कार्यालय तक सेविकाओं के पतिदेव की अहम भूमिका रहती है।

प्रखंड में अभी 190 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रही है। जबकि 11 केंद्रों पर सेविका-सहायिका के पद रिक्त होने के कारण संचालन बंद है। बताया जाता है कि एक हिस्सा सेविकाओं के पति केंद्र संचालन में अहम भूमिका निभा रहे हैं। केंद्रों पर नामांकित बच्चे उनके चहेते लोगों के ही होते हैं। धात्री महिला, किशोरी के बीच टीएचआर आदि का वितरण मनमाफिक ढंग से किया जाता है। करीब एक सौ केंद्र भवनविहीन है। सेविका इस अपने घर या फिर किराए के मकान में संचालित कर रही है। अब स्कूलों में केंद्रों के शिफ्ट होने से सेविकाओं की लूटखसोट पर अंकुश लगने की उम्मीद है। सीडीपीओ चंचला कुमारी ने बताया कि क्षेत्र में केंद्रों की आधी संख्या भवनविहीन है। वह घरों में संचालित हो रहा है। अब सभी को संबंधित स्कूलों में शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है। विभाग द्वारा पत्र निर्गत होते ही स्कूल में शिफ्ट कर दिया जाएगा। दो केंद्रों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

chat bot
आपका साथी