कोयल नदी में उफान, डाउन साइड में छोड़ा गया 63 हजार क्यूसेक पानी

अंबा (औरंगाबाद)। झारखंड के पठारी भाग में हुई मूसलधार बारिश से कोयल नदी उफान पर है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 12:49 AM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 12:49 AM (IST)
कोयल नदी में उफान, डाउन साइड में छोड़ा गया 63 हजार क्यूसेक पानी
कोयल नदी में उफान, डाउन साइड में छोड़ा गया 63 हजार क्यूसेक पानी

अंबा (औरंगाबाद)। झारखंड के पठारी भाग में हुई मूसलधार बारिश से कोयल नदी उफान पर है। बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने के साथ हीं बराज के अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं। अधिकारियों की माने तो बराज पानी से लबालब भरा हुआ है। बराज का गेटऑन कर डाउन साइड में रीभर डिस्चार्य किया जा रहा है। विस्तृत जानकारी देते हुए एसडीईओ नरसिंह प्रसाद ने बताया कि गुरूवार दोपहर तक मात्र 30 हजार क्यूसेक पानी नदी में डिस्चार्ज किया जा रहा था। 2-30 बजे के बाद नदी का जल स्तर बढ़ने लगा तो बराज का 12 गेट ऑन कर 62 हजार 950 क्यूसेक पानी बहाया जा रहा है। बताया कि अगर उपरी भाग में वर्षा होती है तो नदी का जल स्तर और भी बढ़ सकता है। बाढ़ का पानी सोन नद में जाने से औरंगाबाद के बोर्डर एरिया के किनारे बसे गांव पर असर पड़ सकता है। इस संबंध में चीफ इंजीनियर शमीम मल्लिक ने फोन पर संपर्क करने पर बताया कि कोयल नदी का बाढ़ से किसी तरह का नुकसान नहीं होने वाला है। वैसे नवीनगर व दाउदनगर प्रखंड में सोन नद के किनारे की गई सब्जी की खेती की प्रभावित होने की आशंका है। कहा कि एक लगभग लाख क्यूसेक पानी बहाव होने पर राइट साइड के मेन कैनाल का गेट बंद कर दिया जाता है। वर्तमान में नहर में भी क्षमता के अनुसार पानी छोड़ा जा रहा है। बताया कि नहर में शिल्ट का जमाव न हो इसके लिए इंजीनियर कंट्रोल रूम से मॉनेटिरिग कर रहें हैं। विदित हो कि इस वर्ष अभी तक नदी में इतना अधिक पानी कभी नहीं आया था। वर्ष 2016 में नदी रिकार्ड तोड़ एक लाख 60 हजार क्यूसेक बाढ़ का पानी आ गया था। उस समय बराज बाढ के पानी से डगमगाने लगा था। इधर झारखंड में वर्षा से कुटुंबा प्रखंड के बटाने व बतरे नदी का भी जल स्तर बढ़ने लगा है। पानी के बहाव से बालूगंज संडा पथ का डायवर्सन एक बार फिर बह गया है।

chat bot
आपका साथी