सड़क किनारे लगाए गए दो हजार पौधों से आएगी हरियाली

दाउदनगर-पटना राष्ट्रीय राजमार्ग 139 एवं दाउदनगर पटना मुख्य नहर के किनारे का ²श्य बदल गया है। हरियाली दिखने लगी है। पौधों को पेड़ बनते देखना आंखों को सुखद अनुभूति देता है। यह स्थिति बदली है बीते महीनों में लगाए गए दोहजार से अधिक पौधों के कारण। इतने पौधे लगाने के लिए दो वन पोषक रखे गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 09:39 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 09:39 PM (IST)
सड़क किनारे लगाए गए दो हजार पौधों से आएगी हरियाली
सड़क किनारे लगाए गए दो हजार पौधों से आएगी हरियाली

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : दाउदनगर-पटना राष्ट्रीय राजमार्ग 139 एवं दाउदनगर पटना मुख्य नहर के किनारे का ²श्य बदल गया है। हरियाली दिखने लगी है। पौधों को पेड़ बनते देखना आंखों को सुखद अनुभूति देता है। यह स्थिति बदली है बीते महीनों में लगाए गए दोहजार से अधिक पौधों के कारण। इतने पौधे लगाने के लिए दो वन पोषक रखे गए हैं। वन विभाग द्वारा यह पौधा रोपण कराया गया है। मौके पर वन पोषक विकास कुमार वर्मा एवं निर्भय कुमार ने बताया कि 287 रुपये प्रतिदिन उन्हें बतौर मजदूरी मिल रही है। दाउदनगर में भगवान प्रसाद शिवनाथ प्रसाद बीएड कालेज से ठाकुर बिगहा तक राष्ट्रीय राजमार्ग 139 के किनारे और प्रखंड कार्यालय मोड़ से लेकर नान्हु बिगहा तक पौधारोपण किया गया है और उसकी देखभाल की जिम्मेदारी इन्हीं वन पोषकों को दी गई है। गैबियन लगाए गए हैं ताकि जानवरों से इन पौधों को बचाया जा सके। जो पौधे पनप नहीं रहे हैं, उनको बदला भी जा रहा है। पौधारोपण के लिए 10 श्रमिक लगाए गए थे।

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सुबह-शाम टहलने वालों को मिल रहा सुकून

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इससे नहर पथ के किनारे में सुबह या शाम को तफरीह करने वालों को बड़ा आनंद आ रहा है। मृत्युंजय कुमार उर्फ मनीष कुमार, अवधेश पांडेय, मनोज कुमार, अजय कुमार, पिटू कुमार, यशलोक कुमार, विनय यादव, रमेश सिंह, श्रीकांत यादव, अरुण कुमार, विष्णु सिंह एवं सत्येंद्र कुमार ने बताया कि आंखों को बड़ा सुकून मिलता है। एकदम हरियाली दिखती है। पहले उजाड़ लगता था। अब अच्छा लगता है।

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रोशनी हो तो शहरियो का बेहतर हो जाएगा स्वास्थ्य

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नहर के किनारे सुबह-शाम सैर करने वालों की मांग है कि जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी नहर किनारे रोशनी की व्यवस्था करा दें तो यह इलाका बड़ा बेहतर हो जाएगा। सुबह के धुंधलके और शाम के अंधेरे के कारण लोग इस इलाके में तफरीह के लिए नहीं जा पाते हैं, जबकि उनकी इच्छा होती है। कहा कि सिर्फ रोशनी की व्यवस्था सिचाई विभाग की आइबी, प्रखंड कार्यालय मोड़, मनरेगा कार्यालय, नर्सिंग कालेज, अनुमंडलीय अस्पताल के सामने से लेकर सिपहां नहर लाक तक कर दी जाए तो यह राह शहरियो के स्वास्थ्य को बेहतर करने में प्रमुख भूमिका निभाने लगेगा।

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