दो वर्ष पीछे चल रहा सत्र, छात्र परेशान

कोरोना के कारण न सिर्फ स्कूल स्तर की शिक्षा बर्बाद हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 06:05 PM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 06:05 PM (IST)
दो वर्ष पीछे चल रहा सत्र, छात्र परेशान
दो वर्ष पीछे चल रहा सत्र, छात्र परेशान

दाउदनगर (औरंगाबाद) : कोरोना के कारण न सिर्फ स्कूल स्तर की शिक्षा बर्बाद हो रही है, बल्कि कॉलेजों में पढ़ाई का सत्र भी पिछड़ गया है। बच्चों की पढ़ाई बर्बाद हो रही है। दाउदनगर महाविद्यालय के प्राचार्य एसके श्रीवास्तव ने बताया कि 2018 में नामांकित बच्चों के खंड एक की ही परीक्षा हुई है। सत्र दो और तीन की परीक्षा हो जानी चाहिए थी। 2019-20 में जिन्होंने नामांकन लिया, उनकी परीक्षा अब तक हुई नहीं है। 2017 में नामांकित बच्चों के खंड तीन की परीक्षा बाकी है। इधर, 2021 में भी नामांकन लिया गया है। कोरोना से बड़ी परेशानी : प्राचार्य

दाउदनगर महाविद्यालय के प्राचार्य एसके श्रीवास्तव ने बताया कि पढ़ाई का सत्र पहले से ही पीछे चल रहा था। कोरोना के कारण स्थिति और गंभीर हो गई। विश्वविद्यालयों पर भी परीक्षा स्थगित करने का दबाव है। विश्वविद्यालय समेत कॉलेज के अधिकारी व कर्मी तक कोरोना संक्रमित हुए हैं। दाउदनगर महाविद्यालय में नेटवर्क की समस्या है। नतीजा ऑनलाइन पढ़ाना मुश्किल है। प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म भरने से हो गए वंचित: अंकित

दाउदनगर पुरानी शहर निवासी अंकित कुमार ने मगध यूनिवर्सिटी में नामांकन 2018 में स्नातक के लिए कराया है। अभी तक सत्र फाइनल नहीं हुआ है। बताया कि साथ पढ़ने वाले मित्र जो अन्य यूनिवर्सिटी से थे, उन्होंने स्नातक की परीक्षा फाइनल कर ली। हमारे यहां खंड एक की ही परीक्षा हुई है। इस कारण प्रतियोगी परीक्षाओं का फॉर्म नहीं भर पाते हैं। अंतिम की जगह मात्र प्रथम खंड की परीक्षा : पृथ्वी राज

फोटो : 18 एयूआर 17

2018 में स्नातक में नामांकन कराया था। 2021 के मार्च तक फाइनल हो जाना था। अब तक सिर्फ खण्ड एक की हुई है। ऐसे में उम्र भी बढ़ रहा है। कई परीक्षाओं के लिए चांस कम मिलेंगे। यूनिवर्सिटी का यही हाल रहा तो आधी उम्र हमारी पढ़ने में ही निकल जायेगी।

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