मेंटेनेंस के अभाव में जानलेवा बनी सड़क

औरंगाबाद। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना (एमएमजीएसवाई) के अलावा अन्य योजनाओं से ग्रामीण इलाके में बनी सड़कों का हाल दयनीय हो गई है। सड़क निर्माण व गुणवत्ता को लेकर सरकार पालिसी तो बनाती है पर उसे अमल में नहीं लाया जाता।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 27 Aug 2021 10:38 PM (IST) Updated:Fri, 27 Aug 2021 10:38 PM (IST)
मेंटेनेंस के अभाव में जानलेवा बनी सड़क
मेंटेनेंस के अभाव में जानलेवा बनी सड़क

औरंगाबाद। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई), मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना (एमएमजीएसवाई) के अलावा अन्य योजनाओं से ग्रामीण इलाके में बनी सड़कों का हाल दयनीय हो गई है। सड़क निर्माण व गुणवत्ता को लेकर सरकार पालिसी तो बनाती है पर उसे अमल में नहीं लाया जाता। सड़कों के निर्माण के बाद पांच वर्ष तक ठीकेदारों को मेंटेनेंस करना होता है पर ऐसा किया नहीं जाता। सड़कों का मेंटेनेंस नहीं होने से पांच वर्ष के अंदर सड़कें गड़ढों में तब्दील हो जाती हैं। जीटी रोड पीपरडीह मोड़ से आनंदनुरा गांव होते हुए देव जाने वाली सड़क का मेंटेनेंस नहीं होने से जानलेवा बन गई है। सड़क जीटी रोड से दधपा गांव मोड़ तक गड्ढों में तब्दील हो गई है। राज्य सरकार की मेंटेनेंस पालिसी( एमआर) के तहत 2018 में करीब 11 किमी लंबी इस सड़क का निर्माण कराया गया था। पांच वर्ष के अंदर सड़क टूटकर बिखर गई।

मेंटेनेंस की राशि कहां चली गई यह तो जब जांच होगा तब पता चलेगा। ठीकेदारों से विभागीय अभियंताओं की मिलीभगत और कमीशन के खेल में सड़क पांच वर्ष के अंदर जानलेवा बन गई है। बरसात के इस मौसम में यह तालाब बन गया है। सड़क से लाभान्वित गांव के ग्रामीणों व विद्यालय संचालक शंभुशरण सिंह ने बताया कि सड़क के प्राक्कलन में ही पांच वर्ष तक मेंटेनेंस का प्रावधान होता है और इसकी राशि अनुरक्षण मद में सुरक्षित होती है। फिर भी मेंटेनेंस नहीं कराया गया। यह सड़क जिला मुख्यालय से देव प्रखंड मुख्यालय को जाने वाले ग्रामीणों के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह सड़क तो एक बानगी है कई अन्य सड़कें भी मेंटेनेंस के बिना जर्जर हो गई है। गोह प्रखंड के पिपराही गांव में निर्मित सड़क का निर्माण हुए तीन वर्ष बीत गया पर एकबार भी मेंटेनेंस नहीं कराया गया। अरई गांव के ग्रामीण रजनीश कुमार ने बताया कि मेंटेनेंस की राशि में विभागीय अभियंता व ठीकेदारों की मिलीभगत से बड़ा घालमेल है। इस घालमेल व सड़क का मेंटेनेंस नहीं होने की शिकायत विभागीय प्रधान सचिव से की जाएगी। मेरे डिविजन में जो ठीकेदार सड़कों का मेंटेनेंस नहीं करते हैं उन ठीकेदारों को डीवार कर दिया जाता है। डीवार होने के बाद ठीकेदार उनके विभाग में कोई टेंडर में भाग नहीं ले सकते हैं। जीटी रोड से देव जाने वाली सड़क का निर्माण कराने वाले ठीकेदार पर डीवार करने की कार्रवाई की जा रही है।

- योगेश्वर प्रसाद सिंह, कार्यपालक अभियंता, आरइओ

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