मंदिरों में बज रही घंटियां न मस्जिदों में अजान

कोरोना काल में पिछले एक पखवारे से न तो मंदिर की घंटियां सुनाई पड़ रही न मस्जिदों में अजान।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 05:02 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 05:02 PM (IST)
मंदिरों में बज रही घंटियां न मस्जिदों में अजान
मंदिरों में बज रही घंटियां न मस्जिदों में अजान

अंबा (औरंगाबाद)। कोरोना काल में पिछले एक पखवारे से न तो मंदिर की घंटियां सुनाई पड़ रही है न ही मस्जिदों से अजान का स्वर। संकट का ऐसा दौर आया है कि हर तरफ सन्नाटा है। जिले के प्रसिद्ध मां सतबहिनी मंदिर एक पखवारे से बंद है। इक्का-दुक्का श्रद्धालु मंदिर के बाहर पहुंचकर मां के चरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं। ठाट- बाट से मंदिर पर शादी-विवाह करने वाले बाहर से ही मां का आशीर्वाद लेकर लौट रहे हैं। हालांकि यह सन्नाटा महामारी से बचने के लिए कारगर है।

इधर, गुरुवार को दर्जनों लोग वैवाहिक बंधन में बंधने के लिए मंदिर परिसर में जुटे थे। विभिन्न विवाह मंडप व स्थानीय चिल्हकी हाई स्कूल के खेल मैदान पर शादी-विवाह करने वाले लोगों का दिन भर जमावड़ा लगा रहा। उन्हें न तो कोरोना का भय था न ही किसी के माथे पर शिकन। एक जुनून था वैवाहिक कार्यक्रम को संपन्न करने की। प्रशासन भी ऐसे आयोजनों पर रोक लगाने नहीं पहुंचा।

घर मंदिर से महज 200 मीटर की दूरी पर है। जिस प्रकार से मंदिर परिसर में शादी करने वालों की भीड़ जुट रही, उससे स्थानीय लोगों में खतरा बढ़ गया है। स्थानीय प्रशासन सुरक्षा के मानकों का पालन कराने में पूरी तरह से फेल हो गया है। लोगों में भी जागरूकता की कमी है।

फोटो : 23 एयूआर 10

धर्मेद्र कुमार, प्रखंड प्रमुख, कुटुंबा मंदिरों में यही स्थिति यही रही तो शादी का उत्सव मातम में तब्दील हो जाएगा। उन्होंने लोगों को सावधान करते हुए कहा है कि शादी विवाह में कम से कम लोग शिरकत करें। चेहरे पर मास्क लगाएं। सैनिटाइजर का प्रयोग करें। शारीरिक दूरी बनाकर वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न कराएं।

फोटो : 23 एयूआर 11

रुणी देवी, मुखिया, अंबा कोरोना वायरस के कारण मनुष्य की जिदगी तंगहाल बन चुकी है। समारोह व उत्सव महज खानापूर्ति बनकर रह गया है। कोरोना का दूसरा स्ट्रेन अत्यंत घातक है। भीड़ लगाना सरकार की गाइडलाइन के खिलाफ है। सभी को यह समझना होगा कि मास्क व दो गज दूरी जरूरी है।

फोटो : 23 एयूआर 12

संजय कुमार सिंह, शिक्षक, पोखराही

शादी में भीड़ लगाने व बाजार में बिना मास्क के घूमने वाले लापरवाह लोग ही कोरोना के ग्राफ बढ़ा रहे हैं। यह उनके परिवार व समाज के लिए खतरनाक साबित होगा। सरकार की गाइडलाइन का पालन हर हाल में होना चाहिए। जो लोग नहीं कर रहे हैं, उन्हें अब भी जागरूक होना होगा।

फोटो : 23 एयूआर 13

वीरेंद्र मेहता, जदयू के जिला महासचिव ---------------------

कोरोना का कहर

- मंदिर मस्जिद के चारों तरफ पसरा है सन्नाटा

- केवल वैवाहिक समारोह में सुनाई पड़ रही ढोल की आवाज

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