भगवान भाष्कर के प्राण-प्रतिष्ठा को महायज्ञ
भृगु ऋषि की तपोस्थली एवं मदार तथा पुनपुन नदी के संगमस्थली के पास पौथू-खरौना दोमुहान संगम पर नवनिर्मित मंदिर में भगवान भाष्कर की प्राण-प्रतिष्ठा महायज्ञ
भृगु ऋषि की तपोस्थली एवं मदार तथा पुनपुन नदी के संगमस्थली के पास पौथू-खरौना दोमुहान संगम पर नवनिर्मित मंदिर में भगवान भाष्कर की प्राण-प्रतिष्ठा महायज्ञ के लिए जलयात्रा आयोजित की गईं। जलयात्रा में खरौना, पौथू सहित आसपास के आधे दर्जन गांव की महिलाओं ने कलश लेकर पारंपरिक गीतों के धुन में गीत गाते संगम तक पहुंची। यहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गंगा एवं सभी तीर्थों का आह्वान कर जलभरी किया गया। जलभरी कर श्रद्धालु यज्ञ स्थल पहुंचे। यज्ञ से इलाके का माहौल भक्तिमय हो गया है। बताया जाता है कि यहां पुनपुन नदी और मंदार नदी का संगम तथा भृगु ऋषि का तपस्या स्थली है। सभी अनुष्ठान आचार्य एवं विद्वानों के मार्गदर्शन में कराए जा रहे हैं। यज्ञ आयोजन समिति के अध्यक्ष शंभू कुमार भारती ने बताया कि खरौना में नवनिर्मित सूर्य मंदिर में भगवान भास्कर की भव्य प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। यज्ञ में प्रसिद्ध विद्वानों द्वारा प्रवचन किया जा रहा है। साथ ही रासलीला का आयोजन किया गया है। 27 अप्रैल को बिहार एवं उत्तर प्रदेश के बीच दोगोला मुकाबला का भी आयोजन होगा। यज्ञ को सफल बनाने में ग्रामीण लगे हैं।