पंचायत चुनाव की तैयारी शुरू, 25 से होगा नामांकन
औरंगाबाद। जिले में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन की तैयारी शुरू हो गई है। सदर प्रखंड कार्यालय के समक्ष बैरिकेडिंग के लिए बांस व बल्ला लगाया जा रहा है। नामांकन के दौरान भीड़ को संभालने के लिए बैरिकेडिंग की जा रही है।
औरंगाबाद। जिले में पंचायत चुनाव के लिए नामांकन की तैयारी शुरू हो गई है। सदर प्रखंड कार्यालय के समक्ष बैरिकेडिंग के लिए बांस व बल्ला लगाया जा रहा है। नामांकन के दौरान भीड़ को संभालने के लिए बैरिकेडिंग की जा रही है। उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद एकबाल ने बताया कि संभवत 24 अगस्त को पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होगी और 25 अगस्त से नामांकन पहले चरण के लिए शुरू हो जाएगी। सात दिन तक नामांकन का दिन तय किया गया है। अगर इस अवधि में कोई अवकाश का दिन होगा तो नामांकन का दिन भी बढ़ जाएगा। बताया कि अधिसूचना जारी होते ही पूरे जिले में आदर्श आचार संहिता लग जाएगी और तब तक लगी रहेगी जब तक चुनाव प्रक्रिया समाप्त नहीं हो जाएगी। यानी मतगणना के अंतिम दिन तक आदर्श आचार संहिता लागू रहेगी। बताया गया कि चुनाव की सभी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है।
बताया जाता है कि जिले में दस चरणों में चुनाव होना है। हर चरण में एक प्रखंड का चुनाव होगा। केवल अंतिम चरण में जिला प्रशासन के द्वारा दो प्रखंड में चुनाव कराने की रिपोर्ट राज्य निर्वाचन आयोग को भेजा गया है। बताया गया कि पहले चरण में सदर प्रखंड में चुनाव कराया जाएगा। दूसरे चरण में नबीनगर, तीसरे चरण में बारुण, चौथे चरण में रफीगंज, पांचवें चरण में दाउदनगर, छठे चरण में गोह, सातवें चरण में मदनपुर, आठवें चरण में ओबरा, नौवें चरण में हसपुरा एवं दसवें चरण में देव एवं कुटुंबा प्रखंड में चुनाव कराने का प्रस्ताव जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सौरभ जोरवाल ने राज्य निर्वाचन आयोग को भेजा है और इसी प्रस्ताव पर चुनाव कराया जाएगा। प्रमुख का चुनाव सभी प्रखंडों में मतगणना के बाद होगा
जिले में प्रखंड प्रमुख का चुनाव जिले के सभी प्रखंडों में पंचायत चुनाव के मतगणना संपन्न होने के बाद होगा। यानी पंचायत चुनाव की प्रक्रिया 15 दिसंबर तक चलेगी और इस तिथि के बाद ही प्रखंडों में प्रमुख के चुनाव लिए चुनाव होगा। चुनाव जीतने के बाद प्रमुख पद के प्रत्याशियों को करीब साढ़े तीन माह तक अपने पंचायत समितियों को एकजुट रखना होगा। सदस्यों को साढ़े तीन माह तक एकजुट रखने में प्रमुख पद के प्रत्याशियों को पसीना बहाना होगा। चर्चा है कि इसमें प्रमुख पद के प्रत्याशियों को काफी पैसा खर्च होगा। जिले के ही सुरक्षाबल से कराया जाएगा चुनाव
पंचायत चुनाव जिले के ही पुलिसबल से कराया जाएगा। किसी दूसरे जिले से पुलिसबल नहीं मिलेगा। जिला प्रशासन का मानना है कि हर चरण में एक प्रखंड में चुनाव होगा और एक प्रखंड में चुनाव कराने के लिए जिले में पर्याप्त पुलिसबल मौजूद है। जिला पुलिस बल के अलावा यहां नक्सल अभियान के लिए सीआरपीएफ, एसएसबी एवं एसटीएफ की सुरक्षाबल मौजूद है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए जिला पुलिस के पास अपना दंगा निरोधक सुरक्षाबल मौजूद है। हर मतदान केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में जिला पुलिस बलों को लगाए जाने की तैयारी कर ली गई है।