बारुण में अवैध खनन के खिलाफ पटना की टीम ने की छापामारी

औरंगाबाद बारुण में गुरुवार को पटना की छापामारी टीम ने जिले की प्रशासनिक टीम के साथ सोन नदी में हो रहे बालू अवैध खनन के खिलाफ छापेमारी की। टीम के अधिकारियों ने एनीकट बालू घाट के अलावा अन्य जगहों पर छापामारी की और अवैध तरीके से डंपिग कर रखे गए बालू को जब्त किया है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 10:48 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 10:48 PM (IST)
बारुण में अवैध खनन के खिलाफ पटना की टीम ने की छापामारी
बारुण में अवैध खनन के खिलाफ पटना की टीम ने की छापामारी

औरंगाबाद : बारुण में गुरुवार को पटना की छापामारी टीम ने जिले की प्रशासनिक टीम के साथ सोन नदी में हो रहे बालू अवैध खनन के खिलाफ छापेमारी की। टीम के अधिकारियों ने एनीकट बालू घाट के अलावा अन्य जगहों पर छापामारी की और अवैध तरीके से डंपिग कर रखे गए बालू को जब्त किया है। छापेमारी में जिला खनन पदाधिकारी मुकेश कुमार के साथ पटना से आए डिप्टी डाइरेक्टर सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा, मधुसूदन चतुर्वेदी (छपरा) एवं बारुण थाना के एसआई अरविद सिंह के साथ पुलिस बल शामिल रहे। अधिकारियों ने सुबह से लेकर शाम तक छापामारी की। डिप्टी डायरेक्टर सुरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने बताया कि सोन नदी के विभिन्न जगहों पर अवैध खनन के खिलाफ छापामारी की गई है और अवैध तरीके से डंपिग किए गए बालू को जब्त किया गया है। बताया की छापामारी को लेकर चार टीम बनाया गया था। जिला खनन पदाधिकारी ने बताया कि छापामारी के दौरान करीब बीस हजार सीएफटी बालू जब्त किया गया है। जब्त बालू को खनन करने वाली कंपनी को सुपुर्द किया गया है। बताया की आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगा। बताया कि अभी तक इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अवैध कारोबारी और जिसकी जमीन में बालू का डंप किया गया पाया गया है उस जमीन का मालिक की पहचान करने के लिए सीओ बसंत कुमार राय को पत्र लिखा गया है। जैसे ही सीओ का रिपोर्ट प्राप्त होगा मामले में दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। बता दें कि जिला एवं अंचल प्रशासन व पुलिस के अलावा जिला खनन पदाधिकारी के छापामारी की कार्रवाई के बावजूद सोन नदी में अवैध खनन का धंधा बंद नहीं हो रहा है। आज के समय में यह बारुण में बड़ा धंधा बन चुका है। बारुण में अवैध खनन और ओवरलोडिग के धंधेबाजों के द्वारा पूर्व में डीएम से लेकर छापामारी टीम पर कई बार हमला कर चुके हैं फिर भी बालू का अवैध धंधा बंद नहीं हो रहा है। कहा जाए तो सोन नदी में अवैध खनन का रोकने में प्रशासन व पुलिस लाचार बन गई है।

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