यहां मर्ज के बदले मिल रहा है दर्द

औरंगाबाद : सदर अस्पताल में मरीज दवा के लिए तड़पते हैं। मरीजों को दवा नहीं मिल रहा ह

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 07:42 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 07:42 PM (IST)
यहां मर्ज के बदले मिल रहा है दर्द
यहां मर्ज के बदले मिल रहा है दर्द

औरंगाबाद :

सदर अस्पताल में मरीज दवा के लिए तड़पते हैं। मरीजों को दवा नहीं मिल रहा है। अस्पताल में न बुखार की दवा है, न खांसी का सिरप और न ही पेट दर्द की गोली। यहां सभी कार्य राम भरोसे चल रहा है। मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण मरीजों की संख्या बढ़ी है। कहने को यह मॉडल अस्पताल है परंतु मरीजों को दवा तक नहीं मिलता है। अस्पताल की व्यवस्था ऑक्सीजन पर चली गई है। दवा के लिए चिकित्सक मरीजों को पुर्जा थमा देते हैं। चिकित्सकों की कमी का दंश झेल रहे अस्पताल में 71 की जगह मात्र 22 दवा उपलब्ध है। बदलते मौसम में आमजन वायरल बुखार से पीड़ित होता है। बुखार उतारने को पारासीटामोल चाहिए परंतु यहां नहीं है। बदलते मौसम में खांसी के मरीज बढ़ जाते हैं। खांसी का सिरप छह माह से अस्पताल में खत्म है। कई और प्रमुख दवा का अभाव है। चिकित्सक जो दवा लिख रहे हैं उसमें अधिकतर दवा अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। दवा के लिए मरीजों को बाजार का दौड़ लगाना पड़ रहा है। दवा के मामले में आउटडोर के अलावा इंडोर की स्थिति बदतर है। गुरुवार को दवा काउंटर से दवा लेकर बाहर निकली आशा देवी, ममता कुमारी, शारदा देवी, प्रमिला ¨सह, रणविजय कुमार, दुधेश्वर प्रसाद एवं रामचंद्र मेहता ने बताया कि चिकित्सकों ने जितनी दवा लिखी उसमें से मात्र एक से दो दवाएं मिली है। बताया कि शेष दवा बाहर से मिलेगा, खत्म हो चुका है।

दवा के खरीदारी में फंसी है पेंच

सदर अस्पताल में दवा की खरीदारी में पेंच फंसा है। सिविल सर्जन डा. अमरेंद्र नारायण झा ने दवा की खरीदारी के लिए स्वास्थ विभाग के उपसचिव को पत्र लिखा था। अस्पताल प्रबंधन ने इंडिया मार्ट पोर्टल से दवा की खरीदारी के लिए योजना बनाई थी परंतु उपसचिव ने रोक लगा दिया। प्रबंधन की माने तो विभाग जेम पोर्टल से दवा खरीदारी कर उपलब्ध कराएगी। सिविल सर्जन ने पारासीटामोल, आइवी सेट, खांसी का सिरप, मेट्रोनिडाजोल, ओ¨रडाजोल, डाइक्लोफैनिक इंजेक्शन समेत 14 दवा उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखा है। स्लाइन की भी अस्पताल में कमी है। अस्पताल में जितनी एनएस स्लाइन उपलब्ध है उससे अधिक से अधिक दो दिन कार्य चल सकेगा। स्थिति यह है कि अब मरीजों को स्लाइन बाहर से खरीदना पड़ेगा। बताया जाता है कि नियम-कानून के पेंच में दवा खरीदारी का मामला फंस गया है।

अस्पताल में शीघ्र उपलब्ध होगी दवा : सीएस

फोटो फाइल - 15 एयूआर 05

सिविल सर्जन डा. अमरेंद्र नारायण झा ने स्वीकार किया है अस्पताल में दवा की कमी है। कई महत्वपूर्ण दवाएं नहीं है। शीघ्र ही दवा की आपूर्ति की जाएगी। विभाग द्वारा पत्र प्राप्त हो चुका है। दवा की खरीदारी अब आनलाइन जेम पोर्टल से की जानी है। इसकी सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। दवा को लेकर मरीजों को परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जाएगा।

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