बारिश से फसल को हो रहा नुकसान

पश्चिमी विक्षोभ से उत्पन्न तूफान एवं आकस्मिक बारिश से अन्नदाताओं की परेशानी बढ़ गई है। शुक्रवार की अहले सुबह से कभी बूंदा-बूंदी तो कभी जमकर बारिश हुई। इससे एक तरफ कटाई की गई धान का फसल खेतों में सड़ने लगा है तो वहीं दूसरे ओर हार्वेस्टिग के पश्चात्य खलिहान में रखा हुआ धान का दाना बर्बाद हो रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 10:35 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 06:14 AM (IST)
बारिश से फसल को हो रहा नुकसान
बारिश से फसल को हो रहा नुकसान

पश्चिमी विक्षोभ से उत्पन्न तूफान एवं आकस्मिक बारिश से अन्नदाताओं की परेशानी बढ़ गई है। शुक्रवार की अहले सुबह से कभी बूंदा-बूंदी तो कभी जमकर बारिश हुई। इससे एक तरफ कटाई की गई धान का फसल खेतों में सड़ने लगा है तो वहीं दूसरे ओर हार्वेस्टिग के पश्चात्य खलिहान में रखा हुआ धान का दाना बर्बाद हो रहा है।

सबसे अधिक परेशानी उन किसानों की है जिनका धान मधुआ कीट के प्रकोप से जमीन पर गिर गया था। मिट्टी के सत्तह पर बाली होने एवं बारिश की पानी से अंकुरन शुरू हो गया है। मौसम के प्रभाव से रबी की खेती पर असर पड़ा है। धान कटाई के बाद किसान गेहूं के फसल लगाने के लिए डीजल पंपिग सेट खेतों के पटवन किए थे। वर्षा के पानी सिचाई की खेतों में जमाव हो गया है। शिवशंकर मौआर, रामबिलास सिंह, विनय सिंह, सुबा यादव सहित किसानों की बातें माने तो पश्चिमी विक्षोभ से आई तूफान से लाखों का नुकसान हुआ है। गोह में सबसे अधिक व दाउदनगर में कम हुई बारिश

जिला कृषि कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार शुक्रवार की सुबह से लेकर शनिवार के 8 बजे तक जिले के रफीगंज प्रखंड में सबसे अधिक 93.2 एमएम व दाउदनगर प्रखंड में 5.3 एमएम बारिश हुई है। इसी तरह से कुटुंबा प्रखंड में 13.2 एमएम, ओबरा में 10.6,औरंगाबाद में 10.4 मदनपुर में 8.7, नवीनगर में 8.3, देव व बारुण में 6.4, गोह में 5.6 एवं हसपुरा में 4.2 एमएम वर्षा हुई है।डीएओ राजेश प्रताप सिंह के हवाला देते हुए कार्यालय सहायक सुमित कुमार ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों को मिलाकर 174.3एमएम व औसतन 15.85 वर्षा हुई है। आज से आसमान रहेगा साफ

आज रविवार से आसमान साफ रहने की संभावना है। बारिश नहीं होगी। इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए केवीके के कृषि वैज्ञानिक डा. अनूप कुमार चौबे ने बताया कि न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेंटीग्रेड एवं अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेंटीग्रेड रहेगा। बताया कि तीन चार दिनों तक ठंडी हवा बहने की आशंका है। डा. नित्यानंद ने बताया कि धान की फसल की थ्रेसिग के बाद सुरक्षित स्थान पर भंडारण कर एवं खेत में पेस्टिसाइड का स्प्रे मौसम के अनुसार करें। गेंहू के फसल लगाए गए खेतों में सिचाई अभी नहीं करें। जो किसान अभी तक रबी फसल की बोआई नहीं किये हैं वो मौसम साफ होने पर शीघ्र बोआई करने का प्रयास करें। रबी फसल लगाने में देर होने पर उपज प्रभावित होगी। कटाई के बाद खेतों एवं खलिहान में बर्बाद हो रहे धान के फसल को धूप उगने पर सूखाने का प्रयास करें।

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