गर्भवती महिलाओं में एनीमिया दूर करने के लिए दी जाएगी जानकारी

औरंगाबाद। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रफीगंज में गुरुवार को गर्भवती महिलाओं में एनीमिया के प्रबंधन के लिए आयरन सुक्रोज प्रशिक्षण आयोजित किया गया। केयर इंडिया की प्रशिक्षक नेहा गजपाल ने कहा कि प्रसव के दौरान प्रसूता एवं नवजात शिशुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। यह गर्भावस्था के दौरान बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन पर निर्भर करता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:22 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:22 PM (IST)
गर्भवती महिलाओं में एनीमिया दूर करने के लिए दी जाएगी जानकारी
गर्भवती महिलाओं में एनीमिया दूर करने के लिए दी जाएगी जानकारी

औरंगाबाद। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रफीगंज में गुरुवार को गर्भवती महिलाओं में एनीमिया के प्रबंधन के लिए आयरन सुक्रोज प्रशिक्षण आयोजित किया गया। केयर इंडिया की प्रशिक्षक नेहा गजपाल ने कहा कि प्रसव के दौरान प्रसूता एवं नवजात शिशुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। यह गर्भावस्था के दौरान बेहतर स्वास्थ्य प्रबंधन पर निर्भर करता है। गर्भावस्था के दौरान बेहतर शिशु विकास एवं प्रसव के दौरान होने वाली रक्तस्त्राव के प्रबंधन के लिए महिलाओं में पर्याप्त मात्रा में खून होना आवश्यक होता है। ऐसे में एनीमिया प्रबंधन के लिए प्रसव पूर्व जांच एएनसी के प्रति महिलाओं की जागरूकता ना सिर्फ एनीमिया की रोकथाम में सहायक होती है, बल्कि सुरक्षित मातृत्व की आधारशिला भी तैयार करती है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान एनीमिया से संबंधित प्रबंधन का होना बहुत जरूरी होता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में खून की कमी उनके व उनके बच्चे के लिए नुकसानदायक है।

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. अरविद कुमार सिंह ने बताया कि एनीमिया के कमी के कारण गर्भवती महिला को बहुत परेशानी होती है। मातृ मृत्यु होने का यह एक प्रमुख कारण है। डा. शशि कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक लल्लन प्रसाद, केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक गिरीश दुबे, जीएनएम कुमकुम कुमारी, वैजंती माला, एएनएम रंजना कुमारी, आशा सिन्हा, सुषमा, दावेन तिग्गा, एनी होरो, हेलेना सुरीन सहित अन्य उपस्थित रहे। राष्ट्रीय पोषण माह के तहत किया गया जागरूकता

संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : राष्ट्रीय पोषण माह के अवसर पर गुरुवार को सेंटर फार कैटेलाइजिग चेंज की ओर से साझा पहल परियोजना के अंतर्गत दाऊदनगर एवं ओबरा प्रखंड में अलग अलग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समुदाय को पोषण के विषय पर विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। प्रखंड की महिला जन भागीदारी द्वारा पोषण अभियान के अंतर्गत महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर की बेहतरी के उद्देश्य से अति कुपोषित बच्चों को चिन्हित करने, तिरंगा भोजन के महत्व पर चर्चा करने, गर्भावस्था के समय पोषण के महत्व को समझाने, पोषण वाटिका के लिए प्रेरित करने के लिए सामुदायिक बैठक, पोषण रैली, साइकिल रैली, प्रभात फेरी जैसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान दाऊदनगर प्रखण्ड के संसा, अकोढा, महावर, शमशेरनगर, तरार, तरारी, सिदूआर तथा ओबरा प्रखंड के खुदवां, करसांव, गैनी, रतनपुर, डिहरा पंचायतों की सेविका, आशा, एएनएम द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। ग्रामीण महिला ललिता देवी, रिकू देवी, राजकली देवी, चंद्रावती देवी, इंदु देवी, अर्चना देवी, शांति देवी, रंजू कुंवर, बंदना देवी, दौलती देवी, नगीना देवी, तथा जागरूकता समिति के सदस्य शिवपूजन कुमार, मंटू चौहान, महादलित समुदाय की किशोर किशोरियां मीरा कुमारी, श्रुति सरगम, सरिता कुमारी, मनीषा कुमारी, सुजांति कुमारी, रिया कुमारी ने अपने नेतृत्व में कार्यक्रम कर लोगों को जागरूक किया।

chat bot
आपका साथी