झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे जंगल क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य व्यवस्था

सरकार द्वारा हर गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पीएचसी की सुविधाएं दी गई लेकिन जंगल क्षेत्र के लोग इससे वंचित हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 May 2021 04:59 PM (IST) Updated:Thu, 20 May 2021 04:59 PM (IST)
झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे जंगल क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य व्यवस्था
झोलाछाप डॉक्टरों के भरोसे जंगल क्षेत्र के लोगों की स्वास्थ्य व्यवस्था

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : सरकार द्वारा हर गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का दावा किया जा रहा है। परंतु यह छलावा साबित हो रहा है। देव व मदनपुर प्रखंड के अतिनक्सल प्रभावित जंगलतटीय इलाकों के ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया नहीं कराई जा रही है। इलाज के लिए ग्रामीण तड़प रहे हैं, परंतु उनकी कोई सुनने वाला नहीं है। इलाके में दूर-दूर तक अस्पताल नहीं है। एक-दो अस्पताल है भी तो वहां न तो चिकित्सक आते हैं और न ही नर्स। ये कर्मी जिला एवं प्रखंड मुख्यालय से दूर नहीं जाना चाहते हैं। पंचायत सरकार भवन में चलता दुलारे एपीएचसी

देव प्रखंड के दुलारे पंचायत स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का खुद का भवन नहीं है। पंचायत सरकार भवन में अस्पताल है। तत्कालीन मंत्री दिलकेश्वर राम ने पंचायत भवन में अस्पताल खोलवाया था। उसके बाद विभाग के द्वारा स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति की गई। तत्काल में यहां एक एएनएम संजू कुमारी की नियुक्ति है, परंतु उनकी प्रतिनियुक्ति सूही गांव में कर दी गई। पीएचसी देव में कराते हैं इलाज

दुलारे एपीएचसी अस्पताल से देव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की दूरी 30 किलोमीटर है। यहां चिकित्सक व नर्स नहीं रहने के कारण मरीज इलाज के किए देव पीएचसी में जाते हैं। ग्रामीणों को 30 किलोमीटर की दूरी तय करने के काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर यहां चिकित्सक इन नर्स बैठने लगे तो बन मंझौली, दुरा, गोल्हा, घुरंडडीह तेंदुई, पथरा, आजाद बिगहा, टेटरडीह, कर्मा, बहादुरडीह, लिलजी, भालुआहि दुर्गी, बारा, बरवासोई, महूलान, झरना गांव के ग्रामीणों को काफी लाभ मिलेगा। अस्पताल की जमीन है लेकिन नहीं हुआ निर्माण

दुलारे पैक्स अध्यक्ष विजेंद्र कुमार यादव ने कहा कि यहां अस्पताल की जमीन है परंतु बना नहीं है। सरकार इसे जल्द बनवाकर इलाज शुरू करें। जांच से लेकर दवाई तक कि सुविधा दे। --------------

दुलारे में एक नर्स की पोस्टिग है। कोरोना के कारण सुही में ड्यूटी में लगाया गया है। जैसे ही महामारी का प्रकोप कम होता है उन्हें वहां भेज दिया जाएगा। दुलारे समेत अन्य जंगलतटीय ग्रामीण इलाकों में वैक्सीनेशन कराया जा रहा है।

विकास रंजन, प्रबंधक, पीएचसी देव

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