कोरोना वैक्सीन से जुड़ी अफवाहों पर ध्यान न देकर लगवाएं टीका
कोरोना की वैक्सीन को लेकर कई कई तरह की अफवाहें मची हुई हैं। इन अफवाहों पर ध्यान न देंकर वैक्सीन लें।
फोटो : 12 एयूआर 12
संवाद सहयोगी, दाउदनगर (औरंगाबाद) : कोरोना की वैक्सीन को लेकर कई तरह की अफवाहें हैं। इंटरनेट मीडिया से लेकर मौखिक बातचीत तक में लोग अफवाह के कारण प्रभावित होते दिख रहे हैं। नतीजा यह है कि कोविड-19 रोधी टीका लेने को लेकर गति में सुस्ती दिखती है। समाज में कई लोग अफवाह से प्रभावित होकर टीका लगाने को तैयार नहीं हो रहे। दूसरों को भी टीका लगाने को लेकर संशय में डाल दे रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय व कोविड से जंग जीत चुके युवा चिकित्सक डॉ. राजन ने कोरोना रोधी टीका को ले चल रहे पांच अफवाह को चिह्नित किया और दैनिक जागरण से इन अफवाहों को लेकर लोगों के भ्रम दूर करने को कहा। कृपया इंटरनेट मीडिया की बातों पर ध्यान न दें। सरकार द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन को फ़ॉलो करें। टीका जरूर लगवाएं। -------------------------------------------
12 एयूआर 13 वैक्सीन से 90 फीसदी गतिरोधक क्षमता होती है प्राप्त: डॉ. राजेश
दाउदनगर अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. राजेश ने कहा कि कोरोना वैक्सीन एक इम्यूनोबूस्टर है। जो संक्रमण के साथ-साथ आपके इम्युनिटी को वायरस के खिलाफ बढ़ाता है। इसके कई फायदे हैं। डोज के 14 दिन में यह आपके शरीर में पूरी तरह से असर दिखता है। दूसरा डोज छह से आठ सप्ताह बाद लिया जाए। तो कोविड संक्रमण से 90 प्रतिशत रोग प्रतिरोधक क्षमता रखता है। दूसरी डोज के बाद भी लोगों को दो सप्ताह तक अपना बचाव करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक टीका का डोज पूरा नहीं हो जाता है। तब तक और बाद में भी कोरोना के नियम का पालन करते रहें।