नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय महापर्व छठ, खरना आज

औरंगाबाद। लोक आस्था का महापर्व छठ सोमवार से शुरू हो गया। चार दिवसीय महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से हुई। मंगलवार को व्रती खरना करेंगे। बुधवार को अस्ताचलगामी एवं गुरुवार को उदीयमान भगवान सूर्य को व्रती अ‌र्घ्य देंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 08 Nov 2021 10:04 PM (IST) Updated:Mon, 08 Nov 2021 10:04 PM (IST)
नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय महापर्व छठ, खरना आज
नहाय-खाय के साथ शुरू हुआ चार दिवसीय महापर्व छठ, खरना आज

औरंगाबाद। लोक आस्था का महापर्व छठ सोमवार से शुरू हो गया। चार दिवसीय महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से हुई। मंगलवार को व्रती खरना करेंगे। बुधवार को अस्ताचलगामी एवं गुरुवार को उदीयमान भगवान सूर्य को व्रती अ‌र्घ्य देंगे।

पहले दिन छठ व्रत करने वाले व्रतियों ने नदी, तालाब एवं कुओं पर स्नान करने के बाद अरवा चावल, चने की दाल और कद्दू की सब्जी का प्रसाद बनाकर ग्रहण किया। नहाय-खाय का रस्म पूरा किया। छठी मईया के गीतों से देव का माहौल भक्तिमय हो गया है। देव में रविवार से ही श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरु हो गया था जो अबतक जारी है। बुधवार तक देव में छठ व्रत करने व सूर्यकुंड में अ‌र्घ्य देने व सूर्यमंदिर में दर्शन करने वाले श्रद्धालु पहुंचेंगे। देव पहुंचे श्रद्धालुओं ने सोमवार सुबह से दंडवत देने का सिलसिला शुरू किया जो पूरे दिन जारी रहा। अपने आवासन स्थल से निकलकर पवित्र सूर्यकुंड के पास पहुंचे। कुंड में स्नान कर ऐतिहासिक सूर्यमंदिर तक दंडवत देते पहुंचे और मंदिर में भगवान सूर्य का दर्शन कर पुन: कुंड में पहुंचे। स्नान कर अपना वस्त्र धारण किया। देव के आसपास के गांवों के श्रद्धालुओं का भी दंडवत देने के लिए तांता लगा रहा।

आरा शहर के न्यू एरिया मोहल्ले से पहुंचे विक्रांत कुमार ने कहा कि वे अपने करीब दस परिवार के साथ अपने पुत्र का मुंडन कराने व छठ व्रत करने आए हैं। कोरोना होने के कारण दो वर्ष से नहीं आ सके थे। रोहतास के नासरीगंज से पहुंची बिमला देवी ने बताया कि उनके साथ दर्जनों श्रद्धालु देव में छठ व्रत करने देव आए हैं। कहा कि देव में छठ व्रत करने का विशेष महत्व है। बताया जा रहा है कि मगध, शाहाबाद के अलावा झारखंड के सीमावर्ती जिलों से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। कुछ श्रद्धालु यूपी के देवरिया व गोरखपुर से भी आए हैं। श्रद्धालुओं के द्वारा गाए जा रहे छठ गीतों से देव का माहौल भक्तिमय हो गया है। पूरा देव छठ पर्व के रंग में डूब गया है। देव में छठ व्रत करने पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को जहां जगह मिल रही है वहीं अपना आवासन कर व्रत का अनुष्ठान किया है। जो पहले से किराए पर कमरा ले रखे हैं वे अपने कमरे में आवासन कर रहे हैं। देव में रविवार से ही श्रद्धालु पहुंचने लगे थे। सोमवार को पूरे दिन श्रद्धालु पहुंचते रहे। देव पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सबसे अधिक परेशानी वाहनों की पार्किंग की हो रही है। कार्तिक मास होने के कारण खेतों में धान का फसल गया है। जहां जमीन खाली है व गिली होने के कारण वाहनों की पार्किंग करने में श्रद्धालुओं को परेशानी हो रही है।

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