मकर संक्रांति पर सोन तटीय क्षेत्र में लगा मेला

औरंगाबाद। दाउदनगर सोन तट पर मकर संक्रांति का मेला लगा। सुबह स्नान दान करने वालों का समूह सोन में स्नान करने के लिए इकट्ठा हुआ। इसके बाद महादेव स्थान लगे मेला में लोग जूटे। काफी कुहासा एवं कड़ाके की ठंड होने के कारण स्नान करने वालों की संख्या सुबह 8 बजे तक काफी कम थी। सबसे पहले 6 बजे स्नान करने वाले धावक बैजनाथ पाल अवधेश पांडे एवं मृत्युंजय कुमार ने बताया कि कुहासा एवं काफी ठंड के कारण लोगों की भीड़ स्नान करने के लिए कम जुटी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 14 Jan 2021 06:10 PM (IST) Updated:Thu, 14 Jan 2021 06:10 PM (IST)
मकर संक्रांति पर सोन तटीय क्षेत्र में लगा मेला
मकर संक्रांति पर सोन तटीय क्षेत्र में लगा मेला

औरंगाबाद। दाउदनगर सोन तट पर मकर संक्रांति का मेला लगा। सुबह स्नान दान करने वालों का समूह सोन में स्नान करने के लिए इकट्ठा हुआ। इसके बाद महादेव स्थान लगे मेला में लोग जूटे। काफी कुहासा एवं कड़ाके की ठंड होने के कारण स्नान करने वालों की संख्या सुबह 8 बजे तक काफी कम थी। सबसे पहले 6 बजे स्नान करने वाले धावक बैजनाथ पाल, अवधेश पांडे एवं मृत्युंजय कुमार ने बताया कि कुहासा एवं काफी ठंड के कारण लोगों की भीड़ स्नान करने के लिए कम जुटी। हालांकि 8 बजे के लगभग स्नान करने सोन में जाने वालों की संख्या बढ़ती चली गई। यहां मेला में बताया गया कि नासरीगंज में मेला नहीं लगने के कारण वहां के दुकानदार भी दाउदनगर सोन तटीय मेला में अपनी सामग्री बेचने आए हैं। परंपरागत रूप से आयोजित होने वाले इस मेला में पूर्वाहन 10 बजे के बाद ही भीड़ जुटी। क्योंकि सुबह कुहासा एवं ठंड के कारण लोग नहीं पहुंच सके। यहां अपराहन तक मेला लगा। मिट्टी के मुक्का या भुड़किया या बैंक, लोहे के औजार बेचने वाले भी देखे गए। यहां श्रृंगार, खिलौना, घरेलू सामान, लोहे के बने चाकू, छुरी, हंसिया, गड़ासा, दाबी जैसे कई औजार बिकते देखे गए। सोन में स्नान दान एवं मेला में भ्रमण के बाद लोग अपने घरों में चूड़ा, दही, गुड़ एवं तिलकुट का आनंद लेना शुरू किए। इससे पहले बुधवार की रात तक बाजार में तिलकुट, गुड़ एवं चुड़ा क्रय करने वालों की भीड़ लगी रही। बाजार जाम रहा। दिन भर बाजार में चहल पहल रही।

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