कोरोना से बचना है तो बिना मास्क घर से नहीं निकले

औरंगाबाद। कोरोना का कहर लहर जैसा बढ़ रहा है। कोरोना की रफ्तार दूसरी बार बढ़ने से ग्रामीण बेचैन हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं अब क्या करें। कोरोना की रफ्तार के बीच राहत वाली खबर यह है कि टीकाकरण का कार्य जिले में तेजी से चल रहा है। जिले में 72 केंद्रों पर कोरोना के वैक्सीन लगाए जा रहे हैं। सुबह से शाम तक टीकाकरण किया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Apr 2021 06:27 PM (IST) Updated:Sun, 04 Apr 2021 06:27 PM (IST)
कोरोना से बचना है तो बिना मास्क घर से नहीं निकले
कोरोना से बचना है तो बिना मास्क घर से नहीं निकले

औरंगाबाद। कोरोना का कहर लहर जैसा बढ़ रहा है। कोरोना की रफ्तार दूसरी बार बढ़ने से ग्रामीण बेचैन हैं। वे समझ नहीं पा रहे हैं अब क्या करें। कोरोना की रफ्तार के बीच राहत वाली खबर यह है कि टीकाकरण का कार्य जिले में तेजी से चल रहा है। जिले में 72 केंद्रों पर कोरोना के वैक्सीन लगाए जा रहे हैं। सुबह से शाम तक टीकाकरण किया जा रहा है।

कोरोना टीकाकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी गंभीर हैं। डीपीएम डॉ. कुमार मनोज ने बताया कि औरंगाबाद में अब तक 50,000 से अधिक लोगों को कोविड-19 का टीका लगाया गया है। 13,000 टीका अब भी उपलब्ध है। वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। जरूरत के अनुसार वैक्सीन समय से पहुंच रहा है। लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया जा रहा है। पहले टीकाकरण की रफ्तार कमजोर थी। परंतु जबसे दोबारा कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ी है। लोग टीका लेने अस्पताल पहुंचने लगे हैं। सबसे अधिक भीड़ सदर अस्पताल में हो रही है। कोविड-19 का वैक्सीन लेने से इम्युनिटी हो रही मजबूत

कोविड-19 का वैक्सीन लेने से इम्युनिटी मजबूत हो रही है। सदर अस्पताल में टीका लेने पहुंचे कर्मा रोड की रीना देवी, सत्येंद्र नगर की रागिनी देवी एवं रामेश्वर राम ने बताया कि हमने टीका लगवा लिया। टीका लेने में कोई परेशानी नहीं दिखी। ओबरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीका लेने के बाद कोइलवां गांव निवासी अभय कुमार ने बताया कि अंदर से मजबूती महसूस हो रही है। कोरोना हारेगा, देश जीतेगा। कोरोना के प्रति जो लोग सचेत हैं वे इससे बच रहे हैं। लापरवाही के कारण कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही है। बाकन गांव निवासी रामरूप सिंह ने बताया कि वैक्सीन का साइड इफेक्ट नहीं है। मैंने शनिवार शाम को वैक्सीन लिया था। कहीं किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं है। जिनका उम्र 45 वर्ष हो गया है और वे वैक्सीन नहीं लिए हैं तो नजदीकी केंद्र पर जाकर टीका अवश्य लें। कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से नहीं हो रहा पालन

सरकार ने कोरोना को लेकर गाइडलाइन जारी किया है, परंतु उसका पालन नहीं हो रहा है। घर से मास्क पहनकर निकलना है परंतु ऐसा नहीं हो रहा है। अधिकांश ग्रामीण बगैर मास्क के घर से बाहर निकलते हैं। बाजार में भीड़ रह रही है। अधिकारी कोरोना के गाइडलाइन का सख्ती से पालन नहीं करा रहे हैं। स्थिति यह है कि मास्क लगाना कोई जरूरी नहीं समझ रहा है। शहर के कर्मा रोड में पिछले तीन दिनों में कोरोना के सात संक्रमित मिले हैं परंतु यहां न तो कंटेनमेंट जोन घोषित किया और न तो हीं कोई एहतियात बरती गई। इसी तरह सब्जी बाजार एवं जामा मस्जिद के पास हमेशा भीड़ रहती है। दोनों जगहों पर अधिकारियों ने न तो भीड़ को हटाने का प्रयास किया और न हीं मास्क जांच अभियान चलाया। दो गज दूरी है जरूरी का पालन कहीं नहीं हो रहा है।

क्या कहते हैं डीपीएम

कोरोना संक्रमण से बचने को मास्क लगाना जरूरी है। मास्क सुरक्षा कवच है। जो लोग मास्क की उपयोगिता को नहीं समझ रहे हैं वे संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। मास्क को लेकर अभियान चलाने की जरूरत है। जागरूकता से हीं कोरोना को दूर भगाया जा सकता है। दो गज दूरी के साथ मास्क जरूरी है।

डॉ. कुमार मनोज, डीपीएम, जिला स्वास्थ्य समिति, औरंगाबाद।

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