जिला प्रशासन व नगर परिषद शहर से नहीं हटा सकी अतिक्रमण

औरंगाबाद। औरंगाबाद शहर में सड़क जाम की समस्या नासूर बनती जा रही है। समस्या इतनी गंभीर है कि लोग बाजार जाने से कतराने लगे हैं। पूरे दिन शहरवासी जाम की समस्या से जूझते रहते हैं। शनिवार को भी शहर में जाम की समस्या अत्यंत गंभीर दिखी। सड़क पर दुकान लगाने एवं जहां-तहां वाहन पार्किंग की वजह से जाम की समस्या और गंभीर हो रही है। फुटपाथी दुकानदारों अतिक्रमण किए जाने के कारण हर दिन जाम की समस्या विकराल होती जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 10:28 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 10:28 PM (IST)
जिला प्रशासन व नगर परिषद शहर से नहीं हटा सकी अतिक्रमण
जिला प्रशासन व नगर परिषद शहर से नहीं हटा सकी अतिक्रमण

औरंगाबाद। औरंगाबाद शहर में सड़क जाम की समस्या नासूर बनती जा रही है। समस्या इतनी गंभीर है कि लोग बाजार जाने से कतराने लगे हैं। पूरे दिन शहरवासी जाम की समस्या से जूझते रहते हैं। शनिवार को भी शहर में जाम की समस्या अत्यंत गंभीर दिखी। सड़क पर दुकान लगाने एवं जहां-तहां वाहन पार्किंग की वजह से जाम की समस्या और गंभीर हो रही है। फुटपाथी दुकानदारों अतिक्रमण किए जाने के कारण हर दिन जाम की समस्या विकराल होती जा रही है। अधिकारियों की चेतावनी के बावजूद दुकानदार सड़क किनारे दुकान लगा रहे हैं। प्रशासनिक उदासीनता के कारण सड़क किनारे अतिक्रमणकारियों का बोलबाला है। उन्हें प्रशासन का भय नहीं है। जिला प्रशासन व नगर परिषद की लाख कोशिशों के बावजूद अतिक्रमण कम नहीं हो रहा है। इसका मुख्य कारण कार्रवाई के नाम पर केवल खानापूर्ति करना है। बाजार में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक है बावजूद गाड़ियों के आने का सिलसिला बेरोक-टोक जारी है। जामा मस्जिद से सदर अस्पताल तक वाहनों की लंबी कतार लगी है। सब्जी बाजार के पास जाम से पैदल चलना मुश्किल है। सबसे गंभीर बात यह है कि मार्केट में जो दुकानें बनी है उनके पास वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में लोग सड़क पर ही वाहनों को पार्क करते हैं। जामा मस्जिद से धर्मशाला चौक तक भी पूरे दिन जाम लगा रहता है। नावाडीह एवं सराय रोड में जाम की समस्या इतनी गंभीर है लोग इस रास्ते से गुजरने से पहले कई बार सोचते हैं। नागरिकों की माने तो यह समस्या आम है। टेंपो चालकों की मनमानी के कारण यातायात की समस्या बढ़ रही है। अतिक्रमण की चपेट में फुटपाथ

शहर में सुगम यातायात के लिए बनाए गए फुटपाथ अतिक्रमण की चपेट में है। कहीं दुकानदार तो कहीं रेहड़ी-पटरी वालों ने कब्जा कर रखा है। मजबूरी में सड़क पर चल रहे राहगीर हादसे का शिकार हो रहे हैं।सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र रमेश चौक से लेकर मुख्य बाजार तक का है। मार्केट के फुटपाथ पर रेहड़ी-पटरी वालों का कब्जा है। आधी सड़क तक बेहिचक सामान सजा देते हैं। प्रतिदिन हजारों लोगों का आवागमन होता है। अहले सुबह में यह सड़क काफी चौड़ी रहती है, लेकिन आठ बजते ही संकीर्ण हो जाती हैं। ऐसे में गाड़ियां तो दूर पैदल चलने में भी लोगो को परेशानी होती है। इस कारण यहां हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है। अस्पताल गेट पर अतिक्रमण

मुख्य बाजार व सड़क तो दूर यहां तक की अस्पताल गेट को भी अतिक्रमण कर लिया गया है। स्थिति यह है कि मरीज व एम्बुलेंस को आने-जाने में काफी परेशानी होती है। एम्बुलेंस का सायरन बजते रहता है परंतु ठेला को नहीं हटाया जाता है। प्रतिदिन इस रास्ते से अधिकारियों का आवागमन होते रहता है परंतु किसी का कोई ध्यान नहीं है। अधिकारी सायरन बजाकर निकल जाते हैं। एक तो अतिक्रमणकारियों का कब्जा पार्किंग न होने के कारण सड़क संकीर्ण हो गया है दूसरे में बाजार करने आते लोग सड़क पर ही वाहन खड़ा कर देते हैं। ऐसे में 20 फीट का सड़क संकीर्ण होकर 10 फीट का बन जाता है। चुनाव बाद अतिक्रमण पर होगी कार्रवाई

नगर परिषद के चेयरमैन उदय कुमार गुप्ता ने कहा कि चुनाव के कारण पुलिस काफी व्यस्त है। चुनाव बाद एसपी से बात कर अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कराई जाएगी। अतिक्रमण के खिलाफ समय-समय पर कार्रवाई होती है।

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