सभी किसानों को हाथों में दी जाएगी मृदा स्वास्थ्य कार्ड : कृषि सचिव

कृषि विभाग के सचिव डा. एन सरवन कुमार ने रविवार को बारुण प्रखंड के कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस में किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया। 80 किसानों के बीच सचिव के साथ डीएम सौरभ जोरवाल ने कार्ड बांटा। किसानों को संबोधित करते हुए सचिव ने कहा कि राज्य के सभी किसानों के हाथों में मृदा स्वास्थ्य कार्ड देना विभाग की प्राथमिकता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 11:33 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 11:33 PM (IST)
सभी किसानों को हाथों में दी जाएगी मृदा स्वास्थ्य कार्ड : कृषि सचिव
सभी किसानों को हाथों में दी जाएगी मृदा स्वास्थ्य कार्ड : कृषि सचिव

जागरण संवाददाता, औरंगाबाद : कृषि विभाग के सचिव डा. एन सरवन कुमार ने रविवार को बारुण प्रखंड के कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस में किसानों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया। 80 किसानों के बीच सचिव के साथ डीएम सौरभ जोरवाल ने कार्ड बांटा। किसानों को संबोधित करते हुए सचिव ने कहा कि राज्य के सभी किसानों के हाथों में मृदा स्वास्थ्य कार्ड देना विभाग की प्राथमिकता है। इसके लिए सभी जिलों के कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है। किसानों के लिए कार्ड की उपयोगिता को बताते हुए कहा कि कार्ड में किसानों के खेतों की मिट्टी के बारे में सभी जानकारियां उपलब्ध होती है। मिट्टी की गुणवत्ता की जानकारी कार्ड के माध्यम से किसानों को मिलती है एवं अच्छी फसल प्राप्त करने में मदद मिलती है। मृदा स्वास्थ्य कार्ड में खेतों की उर्वरक क्षमता से लेकर उसके पोषण और कौन से फसल के लिए मिट्टी उपयोगी है यह सभी जानकारी मिलती है। सचिव ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कहा कि किसान अपनी खेतों में फसल के अवशेष यानी पराली को न जलाएं। खेतों में संतुलित उर्वरक का प्रयोग करें। अधिक रासायनिक उर्वरक के प्रयोग से खेतों की उर्वरक क्षमता कमते जा रहा है। डीएम ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से किसानों को खेती के नए नए तकनीक की जानकारी दी जा रही है। कहा कि किसान खेती के नई तकनीक को अपनाएं और कम लागत में अधिक उपज वाली खेती को करें। सचिव ने कृषि विज्ञान केंद्र में बायोपचार के द्वारा पुआल जलाकर खाद बनाने के तरीके को देखा। कहा कि यह तरीका सही है। जिला कृषि पदाधिकारी रणबीर सिंह, सहायक निदेशक भूमि सरंक्षण सुधीर कुमार राय, सहायक निदेशक रसायन कुणाल सिंह, केंद्र के कृषि वैज्ञानिक सह प्रधान डा. नित्यानंद समेत मौजूद रहे। शंकरपुर में स्ट्राबेरी की खेती का किया निरीक्षण

कृषि सचिव ने ओबरा के शंकरपुर में किसानों के द्वारा की गई स्ट्राबेरी की खेती का निरीक्षण किया। किसानों से इस खेती से होने वाली आय की जानकारी ली। सचिव को बताया गया कि अंबा में स्ट्राबेरी की खेती को बड़े पैमाने पर किया जाता है और किसानों को अच्छी आमदनी होती है। हालांकि सचिव ने कहा कि अंबा में वे इस खेती को तब देखे हैं जब मुख्यमंत्री वहां गए थे। सचिव ने कहा कि किसान ऐसी खेती को बढ़ावा दें। देव अस्पताल में कार्यशाला का किया उद्घाटन

कृषि विज्ञान केंद्र के बाद सचिव जिला मुख्यालय स्थित देव अस्पताल पहुंचे। यहां वे दूरबीन से होने वाली सर्जरी को लेकर आयोजित कार्यशाला का उद्घाटन किसा। डीएम सौरभ जोरवाल, एसपी कांतेश कुमार मिश्रा, मगध आयुक्त के सचिव संतोष श्रीवास्तव, प्रख्यात चिकित्सक डा. महेंद्र प्रसाद उद्घाटन में सहयोग किया। सचिव ने कार्यशाला का आयोजन करने के लिए अस्पताल के डा. अभय कुमार की सराहना करते हुए कहा कि आज के समय में चिकित्सा विज्ञान में प्रतिदिन नए नए तकनीक का उपयोग हो रहा है। सरकार ने सबके लिए स्वास्थ्य की जो परिकल्पना की है यह तभी संभव होगा जब सरकार के साथ निजी अस्पताल या चिकित्सक सहयोग करेंगे। ऐसी स्थिति में जिलास्तर में बेहतर स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध हो इससे बेहतर और क्या हो सकता है। डीएम ने कोरोना के समय में जिले के चिकित्सकों के सहयोग की सराहना की। एसपी एवं डा. महेंद्र ने संबोधित किया और कार्यशाला आयोजन की तारीफ की। संचालन डा. जनमेजय कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन डा. अभय ने किया। डा. बीके सिंह, डा. चंद्रशेखर प्रसाद सिंह, डा. मृत्युंजय कुमार, डा. अस्मीता कुमारी, डा. नीरज सिन्हा, डा. सद्दाम, डा. एनपी शर्मा, डा. रवींद्र कुमार, डा. निर्मला,डा. आरएस गुप्ता, डा. विनय कुमार सिंह, डा. बीरेंद्र प्रसाद सिंह, डीपीएम डा. कुमार मनोज, डा. भावना, डा. कविता के अलावा शहर के अन्य चिकित्सक एवं अधिकारी मौजूद रहे।

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