जिले में दूसरे दिन 426 कर्मियों को लगे कोरोना के टीके
औरंगाबाद। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन का पहला चरण का अभियान शनिवार से प्रारंभ हुआ। औरंगाबाद। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन का पहला चरण का अभियान शनिवार से प्रारंभ हुआ। रविवार को छुट्टी के कारण कर्मियों को कोरोना को टीके नहीं लगाए गए थे। सोमवार को अभियान के दूसरे दिन जिले के छह केंद्रों पर 426 चिकित्सकों एवं कर्मियों को कोरोना के टीके लगाए गए।
औरंगाबाद। जिले में कोरोना वैक्सीनेशन का पहला चरण का अभियान शनिवार से प्रारंभ हुआ। रविवार को छुट्टी के कारण कर्मियों को कोरोना को टीके नहीं लगाए गए थे। सोमवार को अभियान के दूसरे दिन जिले के छह केंद्रों पर 426 चिकित्सकों एवं कर्मियों को कोरोना के टीके लगाए गए। 15 चिकित्सक, 24 स्टाफ नर्स एवं एएनएम, 5 पारा मेडिकल कर्मी, 221 आशा एवं ममता कर्मी, 73 आंगनबाड़ी सेविका और 6 सफाई कर्मी, 82 अन्य समेत कुल 426 लोगों को टीके लगाए गए।
सिविल सर्जन डॉ. अकरम अली ने बताया कि कोविड- 19 का वैक्सीन वैज्ञानिक शोधों के बाद आया है और यह सुरक्षित व कारगर है। एहतियात बरतते हुए चिकित्सकीय व्यवस्था के बीच टीकाकरण किया जा रहा है। टीका लेने से किसी को डरने की आवश्यकता नहीं है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. कुमार मनोज ने बताया गया कि जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र के अतिरिक्त अनुमंडलीय अस्पताल दाउदनगर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र देव, मदनपुर एवं बारुण तथा एक निजी चिकित्सालय देव अस्पताल में कोविड-19 का वैक्सीनेशन शनिवार से प्रारंभ हुआ है. अभी यह कार्यक्रम सिर्फ स्वास्थ्यकर्मियों के लिए है। टीका लेने के बाद लाभार्थियों को 30 मिनट तक अवलोकन कक्ष में बैठना जरूरी है। टीकाकरण के उपरांत किसी भी प्रकार के प्रतिकूल प्रभाव होने पर लाभार्थी नजदीक के स्वास्थ्य कर्मी से तुरंत संपर्क करेंगे। लाभार्थियों को कोविड-19 टीका के दूसरे खुराक लेने की तिथि एवं स्थान की सूचना पंजीकृत मोबाइल नंबर पर संदेश द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही है। टीका लेने के पश्चात लाभार्थी पूर्व की तरह मास्क का उपयोग करेंगे तथा हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोते रहेंगे या सैनिटाइजर का प्रयोग करेंगे। आपस में दो गज की दूरी बनाए रखेंगे।