रफीगंज की 23 पंचायतों में 20 निवर्तमान मुखिया हारे

औरंगाबाद। रफीगंज प्रखंड के पंचायत चुनाव में हुए चुनाव की मतगणना शुक्रवार को शुरू हुई। देर शाम संवाद प्रेषण तक 23 पंचायतों के मुखिया पद का परिणाम घोषित किया गया है। जनता ने नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा जताया। 20 निवर्तमान मुखिया हार गए हैं। तीन निवर्तमान मुखिया ही अपना सीट बचा पाए हैं। 20 पंचायतों की बागडोर नए मुखिया के हाथों जनता ने सौंप दी है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 11:37 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 11:37 PM (IST)
रफीगंज की 23 पंचायतों में 20 निवर्तमान मुखिया हारे
रफीगंज की 23 पंचायतों में 20 निवर्तमान मुखिया हारे

औरंगाबाद। रफीगंज प्रखंड के पंचायत चुनाव में हुए चुनाव की मतगणना शुक्रवार को शुरू हुई। देर शाम संवाद प्रेषण तक 23 पंचायतों के मुखिया पद का परिणाम घोषित किया गया है। जनता ने नए चेहरों पर ज्यादा भरोसा जताया। 20 निवर्तमान मुखिया हार गए हैं। तीन निवर्तमान मुखिया ही अपना सीट बचा पाए हैं। 20 पंचायतों की बागडोर नए मुखिया के हाथों जनता ने सौंप दी है। निर्वतमान मुखिया में जीतने वालों भेटनीयां पंचायत की धर्मशीला देवी, चरकावां पंचायत से सेराज अंसारी एवं बघौरा पंचायत से अगुड़िया देवी विजयी शामिल हैं। उधर, बलीगांव पंचायत से मुखिया रहते सत्येंद्र की मौत हो गई थी। पति की मौत के बाद पत्नी सरिता देवी उसी पद के लिए चुनाव लड़ीं और जीत गईं।

निर्वतमान मुखिया को हराकर नए जीते मुखिया में पौथु पंचायत की डिपल कुमारी, ईटार पंचायत से पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष विमला देवी, बौर पंचायत से विनय प्रसाद उर्फ मिट्ठू, लट्टा पंचायत से अकंचन देवी, पोगर पंचायत से शंकर दयाल यादव, कजपा पंचायत से ममता देवी, कोटवारा पंचायत से बिदेश्वर यादव, भदवा से प्रमिला देवी, भदुकीकला पंचायत से कलावती देवी, ढोसिला पंचायत से गुड़िया देवी, केराप पंचायत से कलावती देवी, चौबड़ा पंचायत से संजय कुमार, बलार पंचायत से अरुण पासवान, सिहुली पंचायत से युसूफ अली खान, अरथुआ पंचायत से बिदाई देवी, दुग्गुल पंचायत से नरेंद्र मिश्रा, गोरडिहा पंचायत से विजय सिंह, लोहरा पंचायत से तरनुम्म, चेंव पंचायत से नुसरत जहां मुखिया बनी हैं। चुनाव जीतने के बाद सभी मुखिया के पंचायत में खुशी की लहर है। जीते प्रत्याशियों के समर्थकों के द्वारा अपने अपने पंचायतों में विजय जुलूस निकाला गया। वहीं, हार का सामना करने वाले प्रत्याशियों के समर्थकों ने उदासी का माहौल है। कौन वोट दिया और कौन नहीं दिया इसका आकलन करने में लगे हैं।

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