जिले में 24 घंटे में कोरोना से 18 लोगों की गई जान

औरंगाबाद। जिले में कोरोना का कहर जारी है। अधिकांश लोग कोरोना से मर रहे हैं। परंतु कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि मौत कोरोना से हुई है। हालात बद से बदतर होती जा रही है। अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। निजी क्लीनिक बंद पड़े हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में कोरोना से 18 लोगों की मौत हो गई है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के जिला कोषाध्यक्ष सह प्रवक्ता डॉ. रामशाीष सिंह की रविवार सुबह कोरोना से मौत हो गई। उनका निधन पटना के एक निजी अस्पताल में हुई है। पुत्र डॉ. ऋत्विक वैष्णवी एवं पत्नी भी संक्रमित हैं। दोनों का इलाज पटना में चल रहा है। बेटे की हालत गंभीर बताई जाती है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 06:13 PM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 06:13 PM (IST)
जिले में 24 घंटे में कोरोना से 18 लोगों की गई जान
जिले में 24 घंटे में कोरोना से 18 लोगों की गई जान

औरंगाबाद। जिले में कोरोना का कहर जारी है। अधिकांश लोग कोरोना से मर रहे हैं। परंतु कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि मौत कोरोना से हुई है। हालात बद से बदतर होती जा रही है। अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। निजी क्लीनिक बंद पड़े हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान जिले में कोरोना से 18 लोगों की मौत हो गई है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के जिला कोषाध्यक्ष सह प्रवक्ता डॉ. रामशाीष सिंह की रविवार सुबह कोरोना से मौत हो गई। उनका निधन पटना के एक निजी अस्पताल में हुई है। पुत्र डॉ. ऋत्विक वैष्णवी एवं पत्नी भी संक्रमित हैं। दोनों का इलाज पटना में चल रहा है। बेटे की हालत गंभीर बताई जाती है। शहर के श्रीकृष्णनगर निवासी कुटुंबा प्रखंड के ढूंढा गांव निवासी शिक्षक सुभाष कुमार पांडेय की मौत भी शनिवार शाम कोरोना से हो गई। इसी मोहल्ला के एक अन्य युवक अमरेश कुमार की मौत भी कोरोना से हो गई। जिला विधि संघ के अध्यक्ष त्रिभुवन सिंह की मौत पांच अप्रैल को कोरोना से हो गई थी। उनके पुत्र राजीव रंजन उर्फ मंटू सिंह की मौत कोरोना से हो गई। पिता की मौत के बाद पुत्र की मौत से शहर के नागा बिगहा एवं मदनपुर प्रखंड के पहड़पुरा गांव में मातम पसरा है। औरंगाबाद प्रखंड के ममका गांव निवासी सामाजिक कार्यकर्ता विदेश सिंह की मौत कोरोना से शनिवार शाम हो गई। सदर अस्पताल में इलाज की व्यवस्था न होने से कोरोना का कहर बढ़ता चला जा रहा है। सदर अस्पताल परिसर व रास्ते में 13 की मौत

पिछले 24 घंटे के दौरान सदर अस्पताल परिसर एवं रास्ते में 13 की मौत हो गई है। डेथ रजिस्टर पर सभी के नाम अंकित है। कई ऐसे लोग भी मरे हैं जिनका नाम यहां रजिस्टर पर अंकित नहीं किया गया है। मरने का कारण सांस लेने में दिक्कत बताया गया है। रजिस्टर पर नेहाल बिगहा के सुरेश यादव, राजमति देवी, देव के कपिलदेव सिंह, सुरेंद्र यादव, शहर के योद्धानगर निवासी रामलखन यादव, ओबरा बेल गांव निवासी हरिद्वार चौहान, राधिका देवी बेलसार औरंगाबाद, बुधन बिगहा की देववंशी देवी का नाम अंकित है। सदर अस्पताल में उपस्थित कर्मियों ने बताया कि अधिकांश लोग रास्ते में मर जाते हैं। यहां इलाज प्रारंभ हो उससे पहले उनकी मौत हो जाती है। हालात ठीक नहीं है। अस्पताल परिसर से एक मृतक का शव हटता भी नहीं है दूसरे की मौत हो जाती है। स्वजन सिर्फ रोते रहते हैं। स्वास्थ्यकर्मियों ने बताया कि अधिकांश मौत कोरोना से हो रही है। अस्पताल में केस हिस्ट्री पूछा जाता है तो मौत का कारण कोरोना निकलता है। उधर नवीनगर प्रखंड के धुंधुआ गांव निवासी 65 वर्षीय कामेश्वर सिंह की मौत शनिवार शाम को नारायण मेडिकल कॉलेज जमुहार में हो गई। वे कोरोना से पीड़ित थे।

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